टोंकखुर्द। देश भक्ति जन सेवा का ढिंढोरा पीटने वाली पिपलरांवा पुलिस की नाक के निचे वारंटी बेख़ौफ़ होकर खुले आम घूम रहे है । पिपलरांवा पुलिस को न्यायालय से जारी स्थाई व् अस्थाई वारंटियों को पकड़ने में बिलकुल भी रूचि नहीं है या युं कहे की पिपलरांवा पुलिस ने टोंकखुर्द न्यायालय द्वारा जारी स्थाई वारंट को रद्दी की टोकरी में पटक दिया है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
आंकड़े खुद इस बात की गवाही देते है। टोंकखुर्द न्यायालय से पिपलरांवा थाना क्षेत्र में लगने वाले टोंकखुर्द तहसील के विभिन्न गांवो के आरोपियों के विरुद्ध प्रचलित न्यायालयीन प्रकरणो में में 34 स्थाई वारंट व् 53 गिरफ़्तारी जारी कर वारंट को तामील के लिए पिपलरांवा पुलिस के पास भेज दिया था ।लेकिन पुलिस ने वारंट की तामील करवाने में कोई भी रूचि नहीं ली है।पुलिस पिपलरांवा द्वारा पप्पू के विरुद्ध जारी स्थाई वारंटी को तामील नहीं किए जाने को लेकर उसकी पत्नी शबाना ने पिपलरांवा थाने का चक्कर लगाकर थकने के बाद तहसीलदार को ज्ञापन भी सोपा था।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार पुरे जिले में 20 अगस्त 2018 से 29 नवम्बर 2018 तक स्थाई वारंटियों को पकड़ने का विशेष अभियान चलाया था,इस अभियान में भी पिपलरांवा पुलिस ने कोई विशेष रूचि नहीं दिखाई।पुलिस की सुस्त कार्यवाई से वारंटियों के हौसले बुलंद हैं।कई प्रभावशाली आरोपी तो पुलिस से मिलते रहते हैं लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ना तो दूर की बात उनके रसूख के आगे नतमस्तक बनी रहती है।अब देखना ये हैं की पुलिस इन वारंटियों को पकड़ती है की नहीं।
आंकड़े खुद इस बात की गवाही देते है। टोंकखुर्द न्यायालय से पिपलरांवा थाना क्षेत्र में लगने वाले टोंकखुर्द तहसील के विभिन्न गांवो के आरोपियों के विरुद्ध प्रचलित न्यायालयीन प्रकरणो में में 34 स्थाई वारंट व् 53 गिरफ़्तारी जारी कर वारंट को तामील के लिए पिपलरांवा पुलिस के पास भेज दिया था ।लेकिन पुलिस ने वारंट की तामील करवाने में कोई भी रूचि नहीं ली है।पुलिस पिपलरांवा द्वारा पप्पू के विरुद्ध जारी स्थाई वारंटी को तामील नहीं किए जाने को लेकर उसकी पत्नी शबाना ने पिपलरांवा थाने का चक्कर लगाकर थकने के बाद तहसीलदार को ज्ञापन भी सोपा था।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार पुरे जिले में 20 अगस्त 2018 से 29 नवम्बर 2018 तक स्थाई वारंटियों को पकड़ने का विशेष अभियान चलाया था,इस अभियान में भी पिपलरांवा पुलिस ने कोई विशेष रूचि नहीं दिखाई।पुलिस की सुस्त कार्यवाई से वारंटियों के हौसले बुलंद हैं।कई प्रभावशाली आरोपी तो पुलिस से मिलते रहते हैं लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ना तो दूर की बात उनके रसूख के आगे नतमस्तक बनी रहती है।अब देखना ये हैं की पुलिस इन वारंटियों को पकड़ती है की नहीं।
एक टिप्पणी भेजें