शिवराज को चुनौती देने वाला युवा नेता कांग्रेस में शामिल बीजेपी के पूर्व विधायक ने भी थामा हाथ

गजेंद्र सिंह की रिपोर्ट । ... भोपाल।अमित शाह के मध्यप्रदेश दौरे से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पूर्व विधायक शेखर चौधरी ने पार्टी का साथ छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। वहीं बुधनी से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनौती देने वाले किसान आंदोलन से सुर्ख़ियों में आये युवा नेता अर्जुन आर्य भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री की विधानसभा सीट बुधनी से समाजवादी पार्टी (सपा) ने अर्जुन आर्य को टिकट दिया था जिसे उन्होंने लौटा दिया था।  अब अर्जुन कांग्रेस में शामिल हो गए हैं, संभावना है कांग्रेस उन्हें शिवराज के सामने चुनाव लड़ाये। अर्जुन आर्य ने आज कांग्रेस की सदस्यता ले ली। उनके साथ करीब पांच सौ समर्थकों ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे।
इनके साथ ही गोटेगांव से बीजेपी के पूर्व विधायक शेखर चौधरी ने भी कांग्रेस ज्वाइन कर ली। चौधरी ने बीजेपी पर उपेक्षा का आरोप लगाया है।  वे 2008 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे औऱ अब एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो गए है।  चौधरी 1998 से 2003 तक कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे।साथ ही उन्होंने 2008 में बीजेपी के टिकट पर गोटेगांव से चुनाव लड़ा था। वही अर्जुन को हाल ही में समाजवादी पार्टी ने बुधनी से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दी थी, लेकिन उन्होंने यह कहकर ठुकरा दी कि कांग्रेस में ही बीजेपी को उखाड़ फेंकने का दम है। उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन करने के पहले मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के खिलाफ चुनाव लड़ने का दावा किया था।
बता दे कि अर्जुन आर्य मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में छिड़े किसान आंदोलन में के दौरान जेल गए थे। कुछ दिन बाद उन्हें जमानत मिल गई थी। मप्र की बुदनी सीट सबसे हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है, क्योंकि यहां से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनाव लड़ते हैं और वे लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी की तरफ टिकट मिलने पर अर्जुन ने अगले 24 घंटे में ही टिकट लौटा दिया था औऱ चुनाव लड़ने से इंकाकर कर दिया था।  अर्जुन राय दिल्ली विश्वविधालय से अपनी पढ़ाई पूरी कर वह बुधनी लौटे है। आदिवासियों में उनकी काफी अच्छी छवि है और वह अब विधानसभा क्षेत्र में अपनी सक्रियाता बढ़ा रहे हैं। वह किसानों, लोगों से मिलकर शिवराज के खिलाफ माहौल तैयार कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस उन्हों यहां से टिकट भी दे सकती है। इस क्षेत्र मुख्यमंत्री का दबदबा रहा है। ये उनकी पारंपरिक सीट है। इस बात में कोई दौराय नहीं है कि यहां से शिवराज को जनता का प्यार मिलता रहा है। लेकिन इस बार समीकरण कुछ और हैं। इस बार का मुकाबला काफी रोचक होगा।

अमित शाह के मध्यप्रदेश दौरे से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा