जिले में 19 फीवर क्लिनिक प्रारम्भ निजी नर्सिंग होम के फ्लू ओ पी डी भी चालू रहेंगे


      उज्जैन एक जून। राज्य शासन के निर्देश अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण की पूर्व से पहचान करने के लिये सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की जांच हेतु उज्जैन जिले में कुल 19 फीवर क्लिनिक प्रारम्भ किये गये है। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बताया कि जिन लोगों में 10 दिन से कम अवधि में खांसी, बुखार एवं श्वांस में मामूली तकलीफ के लक्षण हैं, वे लोग इन फीवर क्लिनिक में जाकर अपना उपचार करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इन फीवर क्लीनिक में  जांच की सुविधा भी रहेगी । कलेक्टर ने कहा है  कि जिले में  पूर्व  में निजी नर्सिंग होम में शुरू  की  गई फ्लू ओ पी डी  भी  जारी रहेगी ।
      कलेक्टर ने बताया कि फीवर क्लिनिक का संचालन प्रोटोकाल अनुसार किया जायेगा जैसे इनमें प्रथम वेटिंग रूम, द्वितीय एक्जामिनेशन रूम और बाहर जाने और अन्दर आने के लिये अलग से व्यवस्था होगी। इनमें एन-95 ट्रिपल लेयर सर्जिकल मास्क, फेसशिल्ड, हैंड ग्लब्ज का उपयोग अनिवार्य किया गया है। प्रत्येक मरीज के प्रवेश पर सेनीटाइज कर थर्मल गन से बुखार भी चेक किया जायेगा। इस दौरान मरीज के साथ केवल एक ही व्यक्ति रहेगा। एक समय में वेटिंग रूम में मास्क लगाकर चार से अधिक मरीज अथवा व्यक्ति नहीं रहेंगे। साथ ही उनसे दो मीटर की दूरी रखना आवश्यक होगा।
फीवर क्लिनिक जिला चिकित्सालय उज्जैन, सिविल अस्पताल माधव नगर, सिविल अस्पताल जीवाजीगंज, सिविल डिस्पेंसरी छत्रीचौक, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भैरवगढ़, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र संजय नगर, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जयसिंहपुरा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पंवासा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मित्र नगर, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र आदर्श नगर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरवर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घट्टिया, सिविल अस्पताल बड़नगर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र इंगोरिया, सिविल अस्पताल नागदा, सिविल अस्पताल खाचरौद, सिविल अस्पताल महिदपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झारड़ा और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तराना में प्रारम्भ किये गये हैं।
      मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल ने बताया कि सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों में यदि श्वांस लेने में मामूली तकलीफ है और जिनका एसपीओ-2 (ऑक्सीजन सेचुरेशन) 94 प्रतिशत से अधिक है तो ऐसे लोगों में कोविड की आशंका नहीं होती है। उन्होंने बताया कि ऐसे मरीजों को सामान्य जांच कर फीवर क्लिनिक में कुछ एंटीबायोटिक्स दिये जा सकेंगे।
      वे मरीज जिन्हें उपरोक्त लक्षणों के साथ श्वांस में तकलीफ है, जिनकी एसपीओ2 94 प्रतिशत से कम है, उन्हें तुरन्त डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल माधव नगर उज्जैन में भेजा जायेगा। ऐसे मरीजों के कोविड नेगेटिव आने पर इन्हें  ब्रांकियोलॉयटिस का उपचार दिया जा सकेगा।