सूर्य ग्रहण के दौरान घर में रहकर पूजा-पाठ करे और सूर्य देव के मंत्रों का तेज आवाज में उच्चारण करें.. आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरी महाराज धर्मगुरु मिर्ची बाबा





भोपाल संवाददाता सुनील परमार - आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरी महाराज धर्मगुरु मिर्ची बाबा मैं सूर्यग्रहण को लेकर कहा कि शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के सूतक समय को अशुभ मुहूर्त माना जाता है। इस दौरान कोई शुभ या नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए। धार्मिक नियमों के अनुसार सूर्य ग्रहण के 12 घंटे से पहले ही सूतक लग जाता है। और यह ग्रहण काल के समाप्त होने के मोक्ष काल के बाद स्नान, धर्म स्थलों को फिर से पवित्र करने के बाद ही समाप्त होता है। ग्रहण काल के दौरान भोजन करना, खाना पकाना, नहाना, सोच के लिए जाना और सोना नहीं चाहिए। ग्रहण के दौरान तुलसी अथवा अन्य देव वृक्षों को नहीं छूना चाहिए और ग्रहण खत्म होने के बाद तुलसी के पौधे को गंगाजल छिड़क कर शुद्ध करना चाहिए।
          महाराज जी ने कहा कि ग्रहण काल के दौरान घर में रहकर पूजा पाठ करें और सूर्य देव के मंत्रों का तेज आवाज में उच्चारण करना चाहिए। सूर्य देव के " ॐ घृणि: सूर्याय नमः"  इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए