क्या निर्मला को अपने ही कार्यकर्ता देगे धोखा

पेटलाद से राजेश राठौड़ .......  पेटलावद। विधानसभा चुनाव मे अब विगुल बज   चुका है 9 नवंबर को भाजपा कि और से निर्मला भूरीया ने फाॅर्म भरा लेकिन निर्मला के साथ पार्टी के कुछ कार्यकर्ता ही मौजुद थे जो कि बस निर्मला कि लाज बचा रहे थे। थोडी देर बाद ही वालसिंह मैडा ने रैली निकाली जिसे देखकर भाजपा का  कार्यकर्ता के मुह छोटे से हो गये। लेकिन इन सब मे यही कहा जा रहा है कि पार्टी के कार्यकर्ता अपनी ही दीदी से नाराज है। पर यह नाराजगी कही निर्मला को भरी नही पड जाये तो ही अच्छा होगा। पर यह जब ही होगा जब दीदी अपने कार्यकर्ताओ को मनाले । पर दीदी के कुछ कार्यकर्ता पैसे वाले नेता जी के साथ मे मिले जो अन्दर ही अन्दर दीदी कि नईया डुबाने मे लगे है। पर जिस तरह से वालसिंह आपने से नाराज कार्यकर्ता को पुरी जी जान से मानाने मे लगे है वही दीदी से नाराज कार्यकर्ता दीदी को निपटाने मे लगे क्योकि कार्यकर्ताओ का कहना है कि दीदी ने आज तक हमारा काम नही किया और ना ही कभी सुनी पर अब निर्मला दीदी को अपने कार्यकर्ताओ कि सुना होगी नही तो दीदी कि नईया डुबने से कोई नही रोक सकता।
फिर बलास्ट पीडीतो को श्रद्वांजली देना भुली निर्मला दीदी पर कांग्रेस ने फिर मारी बाजी
12 सितम्बर 2015 को पेटलावद मे एक ऐसा धामका हुआ जिसने पुरी दुनिया को हीला दीया था पर उस समय निर्मला दीदी पेटलावद ब्लास्ट पीडीतो का दर्द जानने नही आई पर उस समय से लेकर कांग्रेस ने अभीतक ध्यान रखा 9 नवंबर को भी जब भाजपा कि और से निर्मला नामाकंन फाॅर्म भरने के लिए निकाली तो बस शंकर मंदिर से भगवान का आर्षिवाद लेकर तहसील कार्यलय पर फाॅर्म भरने निकल गई पर इस बार भी कांग्रेसीयो ने आपना गेम खेल लिया वालसिंह ने नामाकंन फाॅर्म भरने से पहले श्रद्वाजंली चैक पर जाकर पुष्प अर्पित करके गणेश मंन्दिर मे पुजा अर्चना करी रेली निकालकर नामाकंन फाॅर्म भरा अब यह तो यह बात साबीत होगई कि निर्मला दीदी ब्लास्ट पिडीतो को नजर अंदाज कर रही है। पर दीदी को शायद इस बात का अंदाजा नही है कि पेटलावद ब्लास्ट मे मारे गये 78 परिवार है और यह परिवार चाहे तो नईया डुबा भी सकते है और बचा भी सकते है। पर इस और अब दीदी को ध्यान देना होगा।   

विधानसभा चुनाव मे अब विगुल बज चुका है