भानपुरा संयुक्त माली समाज फुले ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं द्वारा मनाई गई महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती

भानपुरा सुनील माली
भानपुरा संयुक्त फुल माली समाज के कार्यकर्ताओं द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती लक्ष्मीनाथ मंदिर में 7:30 बजे मनाई गई सर्वप्रथम महात्मा ज्योतिबा फुले के चित्र पर माल्यार्पण कर मशाल जलाई गई वह फुले ब्रिगेड के कार्यकर्ता वह  पदाधिकारी उपस्थित रहे संगठन के मार्गदर्शक अशोक जी गहलोत व नगर अध्यक्ष नवीन जी परिहार व संगठन मंत्री सुनील जी माली ने बताया कि
       महात्मा ज्योतिबा फुले (ज्योतिराव गोविंदराव फुले) को 19वी. सदी का प्रमुख समाज सेवक माना जाता है. उन्होंने भारतीय समाज में फैली अनेक कुरूतियों को दूर करने के लिए सतत संघर्ष किया. अछुतोद्वार, नारी-शिक्षा, विधवा – विवाह और किसानो के हित के लिए ज्योतिबा ने उल्लेखनीय कार्य किया है.
 उनका जन्म 11 अप्रैल  1827  को सतारा महाराष्ट्र , में हुआ था. उनका परिवार बेहद गरीब था और जीवन-यापन के लिए बाग़-बगीचों में माली का काम करता था. ज्योतिबा जब मात्र  एक वर्ष के थे तभी उनकी माता का निधन हो गया था. ज्योतिबा का लालन – पालन सगुनाबाई नामक एक दाई ने किया. सगुनाबाई ने ही उन्हें माँ की ममता और दुलार दिया. 7 वर्ष की आयु में ज्योतिबा को गांव के स्कूल में पढ़ने भेजा गया. जातिगत भेद-भाव के कारण उन्हें विद्यालय छोड़ना पड़ा. स्कूल छोड़ने के बाद भी उनमे पढ़ने की ललक बनी रही. सगुनाबाई ने बालक ज्योतिबा को घर में ही पढ़ने में मदद की. घरेलु कार्यो के बाद जो समय बचता उसमे वह किताबें पढ़ते थे. ज्योतिबा  पास-पड़ोस के बुजुर्गो से विभिन्न विषयों में चर्चा करते थे. लोग उनकी सूक्ष्म और तर्क संगत बातों से बहुत प्रभावित होते इस अवसर पर फुले ब्रिगेड तहसील उपाध्यक्ष नवीन जी ने सभी का आभार व्यक्त किया

फुले ब्रिगेड के कार्यकर्ता वह पदाधिकारी उपस्थित रहे