लॉकडाउन के चलते सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मिर्ची बाबा ने माल्यार्पण कर डॉ. भीमराव अंबेडकर जी को दी श्रद्धांजलि




ग्वालियर संवाददाता अंबेडकर जयंती के उपलक्ष में लॉक डाउन के चलते, डॉ भीमराव अंबेडकर जी को माल्यार्पण करने के पश्चात आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरी महाराज धर्मगुरु मिर्ची बाबा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि इस साल हम बाबा साहेब की 129 वी जयंती मना रहे बाबा साहेब के विचार हमेशा इंसान को समाज के प्रति प्रेरित करते हैं। बचपन से ही आर्थिक और सामाजिक भेदभाव देखने वाले अंबेडकर जी ने विषम परिस्थितियों में पढ़ाई शुरू की थी इतना ही नहीं बाबा साहेब को स्कूल में काफी भेदभाव झेलना पड़ा था दलित समाज के उत्थान और उन्हें जागरूक करने में बाबा साहब का योगदान अतुल्य है।बाबा साहेब के विचार हमेशा इंसान को समाज के प्रति प्रेरित करते हैं।
धर्मगुरु मिर्ची बाबा ने संपूर्ण भारत वासियों के नाम संदेश दिया है कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जयंती घरों में रहकर ही मनाएं। उन्होंने कहा है कि इस समय देश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए हमारे देश के प्रधानमंत्री जी द्वारा लगाए गए लॉक डाउन का पालन करें सामाजिक दूरी बनाए रखें।
                साथ ही महाराज जी ने ग्वालियर एस.पी.पर तंज कसते हुए कहा कि धर्म गुरुओं को रोकना अनुकूल नहीं है। क्योंकि समाज के भीतर दया करुणा और सेवा का भाव पैदा करने में साधु-संतों की सबसे प्रमुख भूमिका रही है समाज पर जब भी कोई विपदा आती है तो संत समाज तन मन धन से सदैव तत्पर रहता है। इतिहास साक्षी है जब जब राष्ट्र के मान सम्मान पर आंच आई, संकटों के बादल छाए तब तब देश की संत शक्ति ने अग्रणी भूमिका निभाई है।
                क्या ऐसे धर्म गुरुओं को ग्वालियर एसपी द्वारा रोकना  उचित है।इस कोरोना महामारी के चलते हुए मिर्ची बाबा द्वारा प्रतिदिन गरीबों एवं जरूरतमंदों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है। जब शासन प्रशासन द्वारा ऐसे धर्मगुरु व समाजसेवियों को किसी उत्तम कार्य के लिए अनुमति नहीं देंगे तो  ऐसी मुश्किल घड़ी में गरीब एवं मजदूर वर्ग के लोगों का क्या होगा। मेरा सम्माननीय प्रदेश के  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निवेदन है कि वे प्रत्येक जिले के कलेक्टर एवं एसपी महोदय को शक्ति से नियमों का पालन कराने का आदेश तो दे,लेकिन धर्मगुरु एवं समाजसेवियों को ऐसे रोकना भी उचित नहीं है।