शाखे अगर रही तो पत्ते भी आएंगे ये दिन अगर बुरे है,तो धैर्य रखें अच्छे दिन भी आएंगे.. आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंदगिरी महाराज धर्मगुरु मिर्ची बाबा



भोपाल संवाददाता महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरी महाराज धर्मगुरु मिर्ची बाबा ने कहा है की जो स्थिति आती है उसका जाना भी निश्चित है देशवासी धैर्य रखे यह स्थिति अनंत काल तक नहीं रहेगी इसका अंत निश्चित है हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि शरीर माघ खलू धर्मसाध्णम धर्म रूपी साथियों को पाने का मानव रूपी शरीर ही सबसे बड़ा साधन है इस उक्ति से मानव शरीर की दुर्लभता का पता चलता है हमारे आयुर्वेद शास्त्र शरीर के निरोग रहने के असंख्य उपाय बताते हैं। और यदि औषधि का अभाव हो तो विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ ही औषध है इसी तरह गंगाजल और गोमूत्र आदि को भी परम औषधि माना गया है मानव शरीर ईश्वर की सर्वोत्तम कृति है इसलिए कोई धार्मिक व्यक्ति इस को क्षति पहुंचाने का कार्य नहीं करता यह सामान्य नियम है मानवता के दुश्मन कभी ईश्वर के प्रिय नहीं हो सकते हैं। आज यह वैश्विक महामारी हमारे देश में भी मंडला ही है जो कि औषधि रूपी हथियार के अभाव में और पराजय जब कोई उपाय ना हो तो धैर्य ही काम आता है भारत वासियों ने इस व्याधि को अपने धैर्य और अनुशासन से असर हीन किया है जिसको आज संपूर्ण विश्व में आदर की दृष्टि से देखा जा रहा है हमारे यहां रोक आगंतुक है विकार हैं जबकि स्वास्थ्य हमारी आत्मा ही और आत्म प्रदीप की वायु से रक्षा करना साधक का तप है
                  मिर्ची बाबा ने कहा कि इस आपात काल में समस्त देशवासियों से निवेदन है कि आप कमर कस कर इस महा रूप से उत्पन्न विपत्ति का सामना करते हुए अगर सामर्थ हो तो पीड़ित लोगों की सहायता करें इस विपत्ति के पूर्णम से नियंत्रण होने में अभी ना जाने कितना समय लगे और समस्या के निवारण के बाद भी देश को पटरी पर आने में कितना समय लगे इस 
नव आगंतुक समस्या को मानसिक रूप से एकजुट होकर एवं शारीरिक रूप से दूरी बनाकर दूर भगाना है। शासन प्रशासन के नियमों का पालन करें।