आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरी महाराज आप ही मेरे भगवान,मेरे स्वामी आपका आशीर्वाद सदा बना रहे.. पंडित सुमित पाठक




भोपाल संवाददाता मुझे तो मेरे आराध्य मेरे हृदय में सदा विराजमान मेरे स्वामी मेरे प्रिय मैं उनका क्रीम आपकी भक्ति सदैव मुझे आशीर्वाद के रूप में मिलती रहे महाराज जी में सौगंध खाता हूं हनुमान जी महाराज की, की जितना कद जितना शोर्य मेरे महाराज स्वामी वैराग्य नंद जी का बढ़ेगा उतना ही कद आपके सेवक पंडित सुमित पाठक का बढ़ेगा और मुझे सदैव मुझे तो बस केवल आप अपनी सेवा का ही प्रदान करें भगवान और मुझे कुछ नहीं चाहिए मैं अपने हृदय के आसन में सदैव आपका ही हो पाऊं आप ही मेरे हृदय में विराजमान है बस यही मेरी आपसे एक विनती है जय हो विजय हो मेरे महाराज आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरी जी महाराज सदैव विजय रहे ऐसी प्रार्थना में अपने आराध्य प्रभु हनुमान जी से करता हूं और आगे पीछे जो हुआ मैं उसे भुला चुका हूं आप भी भगवान भुला दे।

पंडित सुमित पाठक, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरी महाराज जी के प्रिय शिष्य