सावधान,यहां 10 रु की दवा 100 रु में बिकती है

संवाददाता-विवेक चौबे

कांडी(गढ़वा) : प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत दिनांक 22/2/2019 को ग्राम घुरूआ निवासी- पिंटू साव, पिता- स्वर्गीय भिखारी साव की तबीयत 9:00 बजे रात्रि में दवा के रिएक्शन से हो गई। जब मरीज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझिआव पहुंचा तो डॉक्टर ने मरीज को एविल और डेक्सोना गोली लिखें।उसके बाद कम्पाउंडर के द्वारा कहा गया कि यहां उक्त दवा नहीं है।प्रसाद मेडिकल में जाइए दवा मिल जाएगी।वहां एविल ₹3.20 पैसे एवं डेक्सोना रुपए 6.74 पैसे अर्थात कुल 10 रु के बदले ₹100 दुकानदार द्वारा ले लिया गया।इस पर रानाडीह पंचायत मुखिया-कृष्णा दास ने कहा कि मैं मीडिया को इस बात की जानकारी दूंगा तो दुकानदार पुनः बुलाकर दवा मांग वापस लेकर पैसा वापस कर दिया।रोगी के परिजन सीताराम साहू गिलगिलाते रहे लेकिन दुकानदार द्वारा दवा नहीं नहीं दी गयी।इधर मरीज की हालत अत्यधिक खराब थी।इस बात की जानकारी दीए जाने पर कंपाउंडर ने बताया कि ₹10 की दवा ₹100 में दे रहा है यह तो बिल्कुल गलत है। कंपाउंडर अपने पास से फिर दवा दिया तब जाकर मरीज को कुछ राहत मिली।यह घटना 12:00 बजे रात्रि की है।मरीज की पर्ची की संख्या 296 है ।जिस समय दुकानदार द्वारा यह कार्य किया गया उस समय  वहां पर रानाडी ही पंचायत मुखिया- कृष्णा दास वार्ड सदस्य- उदय मेहता, सुरेंद्र साहू, योगेश शाह,छोटू साव सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे। बताते चलें कि दवा दुकानदार मनमानी तरीके से मरीजों से पैसों का वसूली कर रहे हैं ।गैरकानूनी तरीके से पैसों का वसूली करना उनकी फितरत है ।न मालूम इस प्रकार से कितने गरीब, मजदूर, बेसहारा रोगियों के साथ अन्याय होता रहा है।मुखिया- कृष्णा दास ने पदाधिकारी गण से अनुरोध पूर्वक कहा है कि ऐसे दुकानदारों के प्रति सख्त कानून करवाई होनी चाहिए,जिससे दवा दुकानदार इस प्रकार से किसी मरीज के साथ न कर सके।बताते चलें कि मझिआव रेफरल अस्पताल में प्रत्येक बीमारी का दवा होनी चाहिए।अस्पताल में दवा उपलब्ध नहीं होने के कारण गरीब मरीजों को बाहर से दवा मंगानी पड़ती है जहां की ₹10 की दवा ₹100 में बिकती है।

रात्रि में दवा के रिएक्शन से हो गई।