पूर्ण रूप से बाल मजदूरी अभी भी नहीं हुआ समाप्त

संवाददाता-विवेक चौबे                 

कांडी(गढ़वा) : बाल मजदूरी अपराध है।सरकार समझ रही है कि पूर्ण रूप से बाल मजदूरी समाप्त हो चुका है।किंतु आप इस तस्वीर से समझ सकते हैं।बताते चलें कि कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सर्कोनी पंचायत  में  प्राथमिक विद्यालय के समीप एक पढ़ने वाला बच्चा 11000 बोल्ट वाले बिजली के खंभे पर चढ़कर बिजली का कार्य करने में व्यस्त था।तभी उसकी तस्वीर खींच ली गयी।जी हां इतना ही नहीं ।गांव के लोगों के द्वारा जबरदस्ती चढ़ाकर काम करवाया जा रहा है। बच्चा कहीं और का नहीं सर्कोनी निवासी  गोपाल यादव का पुत्र बताया जा रहा है।सरकार के द्वारा बाल मजदूरी पर रोक लगाया गया है ।ऐसे मामले कई बार आ चुके हैं ।आए किसी दिन बड़ी घटना की आशंका व्यक्त की जा सकती है।बच्चों पर शिक्षा के लिए कोई ध्यान नहीं है।बाल मजदूरी से बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।

 मौजूदा समय में गरीब परिवार के बच्चे सबसे अधिक शोषण का शिकार हो रहे हैं।बाल मजदूरी बच्चों के मानसिक, शारीरिक, आत्मिक, बौद्धिक एवं सामाजिक हितों को प्रभावित करती है। बालश्रम की समस्या बच्चों को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित करती है।बाल श्रम सविधान के नियम के विरुध्द है व मानवाधिकार का सबसे बडा उल्लंघन है।

बाल मजदूरी अपराध है