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राज्यसभा चुनाव हारने के बाद बरैया कि उपचुनाव में बड़ी भूमिका रहेगी. कांग्रेस फूल सिंह बरैया को उपचुनाव की 16 सीटों पर आरक्षित वर्ग का चेहरा बना सकती है. जिसके लिए कांग्रेस उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देने जा रही है.
                                                                                                                                                                                                                                             
                                                                                                                                                               भोपाल राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस के दूसरे नंबर के प्रत्याशी फूल सिंह बरैया भले कम विधायकों के समर्थन के चलते राज्यसभा नहीं जा पाए, लेकिन मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव में उनकी भूमिका काफी अहम दिखाई दे रही है. प्रदेश की 16 सीटों पर बरैया महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और कांग्रेस इस उपचुनाव में उन्हें प्रत्याशी भी बना सकती है. वहीं फूल सिंह बरैया इन 16 सीटों में प्रचार करते हुए भी दिखाई देंगे.बताया जा रहा है कि कांग्रेस इस उपचुनाव में फूल सिंह बरैया को एक बड़ी जिम्मेदारी देने जा रही है. आरक्षित वर्ग के चेहरे के तौर पर बरैया को ग्वालियर चंबल संभाग में ही ध्यान देने को कहा गया है. हालांकि बरैया पहले ही साफ कर चुके हैं कि उन्हें पार्टी के द्वारा जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी वे उसे पूर्ण रूप से निभाएंगे. बता दें कि दो दशक पहले दतिया के भांडेर से बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे फूल सिंह बरैया एक बार फिर राजनीति में आरक्षित वर्ग का बड़ा चेहरा बनकर सामने आए हैं. हालांकि कांग्रेस ये जानती थी कि राज्यसभा में उनके पास विधायकों की संख्या कम है, उसके बावजूद भी कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा प्रत्याशी बनाया था. इससे कांग्रेस ने यह दिखाने कि कोशिश की है कि अनुसूचित जाति वर्ग कांग्रेस के लिए काफी महत्व रखती है.राज्यसभा सीटों के लिए कांग्रेस का दाव उल्टा ही पड़ गया है, क्योंकि राज्यसभा के परिणाम आने के बाद बीजेपी ने दिग्विजय सिंह को राज्यसभा भेजने को लेकर आरक्षित वर्ग का अपमान बताया था और ग्वालियर चंबल संभाग में इसे मुद्दा बनाने का ऐलान भी किया है. यही वजह है कि राज्यसभा चुनाव के बाद फूल सिंह बरैया का राजनीतिक महत्व अचानक बढ़ गया है.फूल सिंह बरैया आरक्षित वर्ग में जाटव समाज से आते हैं और उन्होंने पार्टी के समक्ष भी ये दावा किया है कि अनुसूचित जाति के वोट पर उनकी मजबूत पकड़ है. उन्होंने कहा है कि वह ग्वालियर चंबल संभाग में जिन 16 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने वाले हैं, वहां जाटव समाज के ही करीब 7 लाख से ज्यादा मतदाता है. अनुसूचित जाति वर्ग के सभी समाजों के वोट मिलाने पर 16 सीटों पर 10 लाख से ज्यादा मतदाता हो रहे हैं. ग्वालियर चंबल संभाग के उपचुनाव में इन वोटों को कांग्रेस निर्णायक मानकर चल रही है और इन्हीं वोटों के लिए फूल सिंह बरैया को पूरे क्षेत्र के लिए पार्टी अपना चेहरा बना सकती है. हालांकि इस क्षेत्र में फूल सिंह बरैया ने अनुसूचित जाति के लिए काफी काम किया है. यही वजह है कि कांग्रेस उपचुनाव में उनकी उपस्थिति को भुनाना चाहती है. वहीं दूसरी ओर फूल सिंह बरैया भी भांडेर से चुनाव लड़ना चाहते हैं, जिसे लेकर उन्होंने अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं.

ब्यूरो रिपोर्ट। ......                                 
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और चांचौड़ा के विधायक लक्ष्मण सिंह  ने मध्य प्रदेश नदी न्यास के अध्यक्ष नामदेव दास उर्फ कंप्यूटर बाबा को फर्जी बताया है। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि शिक्षित समाज में ऐसे फर्जी बाबाओं की कोई आवश्यकता नहीं है। जो तप करते हैं। साधना करते हैं सही मायने में वह संत है। समाज के लोग उन्हें संत मानते हैं । और मैं भी मानता हूं। लेकिन कंप्यूटर बाबा जैसे फर्जी बाबाओं को हमारा समाज संत के रूप में स्वीकार नहीं करेगा। कांग्रेस अगर ऐसे फर्जी बाबाओं को संरक्षण देगी तो भविष्य में भारी नुकसान होने की पूरी संभावना है पूर्व में भी ऐसे फर्जी बाबाओं से कांग्रेस को काफी हानि पहुंची है लक्ष्मण सिंह ने कंप्यूटर बाबा के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने 17 फरवरी को कहा था कि लक्ष्मण सिंह जिस मामले में कुछ नहीं जानते उस पर भी बोलते हैं वही लक्ष्मण सिंह के बयान पर कंप्यूटर बाबा ने कहा जो उन्हें अच्छा लगता है ।बोले मुझे जो सही लगता है। मैं वही कहूंगा।
                                                                                                                                                           विधायक लक्ष्मण सिंह ने यह भी कहा की मैं 5 बार लोकसभा से चुना गया हूं तीसरी बार विधानसभा में चुना गया अगर मैं अंगल बातें करता तो इतनी बार नहीं चुना जाता कंप्यूटर बाबा यह कह रहे हैं कि मैं अनगर्ल बात कर रहा हूं तो वाह अपमान मेरा नहीं है मतदाताओं का अपमान है जिन्होंने मुझे पांच बार लोकसभा और तीसरी बार विधानसभा में चुना है।
                                                                                                                                                                    लक्ष्मण सिंह कांग्रेस पार्टी को फर्जी बाबा से दूरियां बनाने की नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस की  आड़ में अपना खेल खेलना बंद करें बाबा। ऐसे बाबा केवल नुकसान ही कर सकते हैं इनसे कोई लाभ नहीं होगा। अंत में लक्ष्मण सिंह ने कहा कि उनकी आस्था सच्चे साधु संतों पर हमेशा रही है। और रहेगी। लेकिन फर्जी बाबाओं के खिलाफ वह हमेशा खड़े होंगे।
                                                                                                                                                             सिंह की बातों से या अनुमान लगाया जा रहा है। कि कंप्यूटर बाबा सिर्फ अपनी जेब भर रहे हैं। अगर उन्हें नदियों की वास्तव में चिंता है।तो वह नदियों के विकास के कार्य करें नदियों पर श्रद्धालुओं के लिए घाट बनाएं। नदी संरक्षण हेतु नदियों के आस-पास पेड़ पौधे लगवाए। उनकी सफाई व्यवस्था पर ध्यान दें। नदियों के सौंदर्यीकरण पर ध्यान दें। लेकिन ऐसा ना करते हुए कंप्यूटर बाबा सिर्फ रेत माफियाओं से सांठगांठ करके खुद का ही विकास कर रहे हैं।

 गजेंद्र सिंह चंद्रावत की  रिपोर्ट ......                                     
                                                                                  
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                     तेजी से बढ़ रहे हैकिंग अटैक्स से बचना आज किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है जिसके चलते सायबर वर्ल्ड में हर कोई अपनी डिजिटल लाइफ, आइडेंटिटी, डेटा आदि की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। सायबर क्रिमिनल्स अक्सर अपने मैसेजेज या मेल्स में स्पायवेयर या मैलवेयर भेजते हैं जिन पर क्लिक करने से आप उनके जाल में फंस जाते हैं और वे आपका डेटा, आईडी आदि हैक कर लेते हैं। हालांकि आजकल हैकर्स ने इस तरह के मैसेजेज या ईमेल्स की क्राफ्टिंग को रिफाइन करना शुरू कर दिया है जिसमें वे मैलिशियस लिंक्स को भी शामिल करने लगे हैं। ऐसे में आपको उस नियम का पालन करना चाहिए जिसके तहत 'अजनबियों से बात न करें' जैसी प्रैक्टिस की जाती है यानी ऐसे नंबर्स या ईमेल्स एड्रेसेज जो आपके परिचित नहीं है, उनमें आने वाले लिंक्स या अटैचमेंट्स पर क्लिक न करें। आप अपने डिजिटल वर्ल्ड को और अधिक सुरक्षित कैसे कर सकते हैं, इस जानकारी के लिए यहां कुछ टिप्स शेयर किए जा रहे हैं-
ओपन वाई-फाई को अवॉइड करें
ध्यान रखें, पब्लिक या ओपन वाई-फाई नेटवर्क्स, सायबर क्रिमिनल्स के लिए हैकिंग के सबसे आसान तरीकों में से एक हैं, क्योंकि हैकर्स अपने वाई-फाई हॉटस्पॉट्स को समान नाम के साथ ओपन नेटवर्क पर रन करते हैं जिससे यूजर्स उनके ट्रैप्स में फंस जाते हैं और अपने डिवाइसेज का एक्सेस उन्हें दे देते हैं। इसलिए आपको मॉल्स, रेलवे स्टेशंस या अन्य किसी जगह पर ओपन वाई-फाई नेटवर्क्स से अपने डिवाइसेज कनेक्ट करने से बचना चाहिए।
पब्लिक चार्जिंग पोर्ट्स से बचें
मॉल्स, रेलवे स्टेशंस, एयरपोर्ट्स जैसी जगहों पर पब्लिक चार्जिंग स्टेशंस भीड़ से घिरे होते हैं। ध्यान रखें, इन पोर्ट्स से चार्ज करना आपके लिए मैलवेयर को खुद इनवाइट करना होगा। ऐसी जगहों पर हैकर्स "ज्यूस-जैकिंगalt39 करते हैं जिससे आपके फोन्स, लैपटॉप्स आदि में मैलवेयर आ सकता है। अतः आप डिवाइसेज के साथ अपने चार्जर्स ही साथ लेकर चलें या फिर उन्हें पहले से ही चार्ज्ड रखें।
सिक्योर पासवर्ड्स काम लें
यह सब जानते हैं कि आपको एक मजबूत पासवर्ड काम में लेना चाहिए, लेकिन फिर भी अधिकतर यूजर्स इसे अवॉइड करते हैं। अतः ईमेल्स, सोशल मीडिया अकाउंट्स, मोबाइल एप्स, इंटरनेट बैंकिंग, एनक्रिप्टेड फाइल्स आदि के लिए सिक्योर पासवर्ड्स का उपयोग करें। जोखिम से बचने के लिए अकाउंट्स के लिए एक जैसे पासवर्ड्स काम न लें।
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन
अपनी प्राइवेसी को और अधिक सिक्योर बनाने के लिए आप टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग कर सकते हैं जिसे अधिकतर डिजिटल सर्विसेज सपोर्ट करती हैं। इस सर्विस को एक्टिवेट करने पर यह आपको वन-टाइम पासवर्ड्स (ओटीपी) के माध्यम से ही संबंधित अकाउंट्स का एक्सेस देती है। आप इसके बारे में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन, ट्विटर, ड्रॉपबॉक्स आदि पर पढ़ सकते हैं।
वर्चुअल कीबोर्ड्स यूज करें
हैकर्स, कीलॉगर के माध्यम से भी यह पता कर लेते हैं कि आपने फिजिकल कीबोर्ड पर क्या टाइप किया है। इंटरनेट बैंकिंग जैसी ऑनलाइन सर्विसेज आपको यूजर व अकाउंट डिटेल्स इनपुट के लिए वर्चुअल कीबोर्ड्स की सुविधा देती हैं जो फिजिकल कीबोर्ड्स के मुकाबले अधिक सेफ हैं। अतः ऐसी सर्विसेज के लिए वर्चुअल कीबोर्ड्स ही काम में लें।

गजेंद्र सिंह चंद्रावत की रिपोर्ट। ..                             
                                                                                                                           
                                                                                                                                                                                                 मध्यप्रदेश पुलिस की नारकोटिक्स शाखा द्वारा अवैध मादक पदार्थ के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत मादक पदार्थों के अवैध व्यापार पर अंकुश लगाये जाने हेतु सतत् वृह्द स्तर पर जप्ती की कार्यवाही की जा रही है, जिससे तस्करों के बीच भय व्याप्त हो रहा है इससे बचने हेतु तस्करों द्वारा नये नये पैतरे  अपनाये जा रहे है,जिस पर नारकोटिक्स टीम द्वारा पुरी तैयारी से लगाम कसी जाकर लगातार धरपकङ की कार्यवाही की जा रही है। यह अभियान ''श्री वी.के.सिंह''(भा.पु.से.)  पुलिस महानिदेशक महोदय, मध्यप्रदेश पुलिस तथा नारकोटिक्स विंग प्रमुख ''श्री अजय कुमार शर्मा''(भा.पु.से.)  अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नारकोटिक्स मुख्यालय भोपाल के निर्देशन तथा ''श्री जी जी पाण्डे''(भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक नारकोटिक्स विंग इंदौर के मार्गदर्शन एवं ''श्रीमति मीना चौहान'' अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारकोटिक्स प्रकोष्ठ मंदसौर के नेतृत्व मे नारकोटिक्स शाखा की नीमच ईकाई द्वारा कार्यवाही को अंजाम दिया गया जिसमें क्रेटा कार से अवैध मादक पदार्थ डोडाचुरा को जप्त करते हुये आरोपी को गिरफ्तार किया गया।    
        इस प्रभावी कार्यवाही की विस्तृत जानकारी देते हुये नारकोटिक्स शाखा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ''श्री अजय कुमार शर्मा'' ने बताया कि आज दिनांक 28.01.2020 को नारकोटिक्स प्रकोष्ठ नीमच प्रभारी उनि. मो. रऊफ खान एवं उनकी टीम द्वारा मुखबीर सूचना पर कार्यवाही करते हुये नारकोटिक्स विंग नीमच के सामने जैतपुरा फंटे के पास फोरलेन पर से आरोपी जीवन पिता किशनलाल डांगी उम्र     ग्राम नापाखेङा थाना थाना नाहरगढ जिला मंदसौर के कब्जे वाली सफेद रंग की क्रेटा कार क्रमांक RJ 09 CD 9101 की डिक्की में भरा कुल 48 किलोग्राम डोडाचुरा जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। प्रकरण की विवेचना जारी है। आरोपी से जप्त अवैध मादक पदार्थ डोडाचुरा की स्थानीय कीमत 96 हजार रुपये आंकी गयी है।  
                    उपरोक्त कार्यवाही मे नारकोटिक्स प्रकोष्ठ नीमच के प्रभारी उपनिरी. मो. रऊफ खान, प्रआर. कृष्ण कुमार सिह परिहार,आर. विकास आर्य, निरंजनसिहं चंद्रावत ,लाखनसिहं, नंदकिशोर वर्मा, विरेंद्रसिह ,राहुल जैन, का योगदान महत्वपुर्ण एवं सराहनीय रहा। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महोदय नारकोटिक्स विंग पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा पूरी टीम को पुरस्कृत करने हेतु बताया गया।

गजेंद्र सिंह चंद्रावत की रिपोर्ट  ......                                                                                                                                                                                                                                                                    मध्यप्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्साहन योजना के तहत 2019-20 में प्याज उत्पादक किसानांे को मंडी क्रय मूल्य व समर्थन मूल्य के अंतर की राशि का भुगतान करने का फैसला कर दिया है। 20 जिलों को उनकी मांग के अनुरूप राज्य सरकार ने 116 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दिए हैं।
                                                                                      
                                                                                                                                                                                                                                           
      योजना में ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत प्याज उत्पादक किसानों के बैंक खातों में प्याज विक्रय करने पर मूल्य के अंतर की राशि सीधे ट्रांसफर की जाएगी। प्रदेश की प्याज के लिए अधिसूचित मंडियों में प्याज का मॉडल विक्रय दर रबी प्याज की फसल के लिए निर्धारित अवधि में 800 रुपए प्रति क्विंटल से कम रहता है। इस स्थिति में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्याज उत्पादक किसानों को अधिसूचित मंडियों में प्याज बेचने पर क्रय मूल्य एवं समर्थन मूल्य 800 रुपए प्रति क्विंटल के अंतर की राशि का भुगतान मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्साहन योजना में किया जाता है। कृषि मंत्री मप्र शासन सचिन यादव ने कहा 116 करोड़ रुपए की राशि तक ट्रांसफर कर दी जाएगी। किसान राशि से संबंधित अब जिलास्तर पर इसकी जानकारी ले सकते हैं।
इन जिलों के इतने किसानों के खाते में इतनी राशि होगी ट्रांसफर
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                    शिवपुरी 1 करोड़ 14 लाख 90 हजार 440
रायसेन 1 लाख 96 हजार 706
आगर-मालवा 7 करोड़ 38 लाख 43 हजार 842
उज्जैन 16 करोड़ 32 लाख 89 हजार 197
झाबुआ 1 करोड़ 99 लाख 66 हजार 511
खरगोन 3 करोड़ 26 हजार 99 रुपए
खंडवा 2 करोड़ 71 लाख 97 हजार 910
ग्वालियर 29 हजार 153 रुपए
सीहोर 9 करोड़ 48 लाख 64 हजार 624
रतलाम 1 करोड़ 19 लाख 18 हजार 920
नीमच 1 करोड़ 65 लाख 24 हजार 722
इंदौर 29 करोड़ 95 लाख 92 हजार 753
भोपाल 1 करोड़ 25 लाख 59 हजार 891
शाजापुर 9 करोड़ 6 लाख 76 हजार 934
मंदसौर 7 करोड़ 79 लाख 18 हजार 28
हरदा 12 लाख 54 हजार 76 रुपए
बड़वानी 2 करोड़ 83 लाख 79 हजार 319
धार 5 करोड़ 52 लाख 55 हजार 310
पन्ना 2 लाख 23 हजार 144
देवास 3 करोड़ 67 लाख 25 हजार 397

गजेंद्र सिंह चंद्रावत की रिपोर्ट। ....                                                                                                                                                                                      
             
खरगोन में जहाँ सूर्यनारायण का पारा 46'6 डिग्री पर हो और इसी समय खरगौन में चुनाव प्रचार करने गए मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चर्चित मामा का एक वीडियो सोशल मिडिया पर तेजी से वायरल हो रहा हैं वीडियो में स्पष्ट दिख रहा हैं कि वे सिर चढ़ रही भीषण गर्मी के दौरान बालिका - महिला शौचालय से निकलकर अपने सुरक्षा कर्मी से पानी लेकर हाथ धो रहे है , जबकि पास में एक और कोई भी शौचालय का हिस्सा नजर आ रहा है शायद वो पुरुषो का शौचालय हो तो सवाल ये है कि शिवराज सिंह आखिर बालिका - महिला शौचालय ही क्यों गए जबकि शोचलाय के बाहर लिखा हुवा है बालिका - महिला शौचालय ।

            मान लो अगर इस शौचालय के बाहर  लिखा होता कि सावधान इस शौचालय में खतरनाक साँप है या खतरनाक जानवर है तो भी शिवराजसिंह चौहान इस ही शौचालय में जाते शायद नहीं पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मामा की क्या मजबूरी थी जो बालिका और महिलाओ के शौचालय में घुस गए। बस,,,,लगता है क्या करे गर्मी जो है,,,?

              अब ये ये वीडियो वायरल हुआ है बड़ा दिलचस्प होता जा रहा  हैं लोग एक दुसरे को बड़े मजे व चटकारे ले ले कर  सुनाते हुवे दिख रहे है कि मामा सब क्या शौक चढ़ गया कि बालिका-महिला शौचालय में क्यो घुस गए ?? 
फिलहाल कुल मिलाकर कांग्रेस को भाजपा के खिलाफ एक हास्यास्पद मुद्दा मिल गया हैं जिसे सुन कर लोग ठहाके लगा रहे हैं,,,,?

गजेंद्र सिंह की रिपोर्ट। ...                                                                                                                                                                                                                 
शिवपुरी:-  गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंच कर नामांकन पर्चा दाखिल किया है। इस बीच उनकी पत्नी प्रियदर्शिनीराजे सिंधिया और पिछोर विधायक केपी सिंह भी उपस्थित रहें, इससे पहले उन्होंने रोड शो किया और यहां आयोजित सभा से पूर्व भिण्ड के दिग्गज भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक राकेश सिंह कांग्रेस में शामिल हो गये हैं।
शिवपुरी के गांधी मैदान में आयोजित आमसभा में शामिल हुए पूर्व विधायक राकेशसिंह चौधरी। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नामांकन भरने के बाद शिवपुरी के गांधी मैदान में आयोजित सभा में भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक राकेशसिंह चौधरी को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। आमसभा को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेते ही यहां की पेयजल समस्या समाप्त हो गयी। पिछले 10 वर्षो में बीजेपी सरकार ने इसके लटका कर रखा था । उन्होंने कहा चार माह पूर्व अपराधों के मामले में देशभ्र में पहले स्थान पर था। कांग्रेस सरकार बनते ही हमने टारगेट तय किये हैं। उस दिशा में काम शुरू हो गये हैं और इसके परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं सिंधिया ने कहा कि गुना शिवपुरी की जनता की सेवा में कोई जनप्रतिनिधि के नाते नहीं, बल्कि एक आत्मीय लगाव के कारण करता हूं।

गजेंद्र सिंह चंद्रावत। .......                                                                                                                                                                                                                                                                                         सरकार बनी, सीएम बने, मंत्री बने. विधानसभा में शपथ भी हो गई और एक सत्र भी गुजर गया, लेकिन बेचारे कमलनाथ सरकार के स्पेशल-28 को बंगलों में रहने का आनंद अभी तक नहीं मिल पाया है. आलम ये है कि कमलनाथ के स्पेशल-28 के कई सदस्य रेस्ट हाउस में रह रहे हैं और बीजेपी के नेता बंगलों में मजे कर रहे हैं. बंगले खाली न होने के चलते मंत्रियों की भोपाल में रहने के लिए ठिकाने की तलाश अभी तक अधूरी है।
शिवराज सरकार में जनसंपर्क मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा का बंगला नं डी-13 कमलनाथ सरकार में खेल मंत्री जीतू पटवारी को आवंटित हुआ था लेकिन नरोत्तम मिश्रा ने फिलहाल बंगला खाली नहीं किया है.

74 बंगले का बंगला नं बी-8 वित्त मंत्री तरुण भनोट को आवंटित हुआ था, इस बंगले में फिलहाल पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान रह रहे हैं. शिवराज सिंह प्रोफेसर कॉलोनी स्थित विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बंगले में शिफ्ट होने से पहले तक इस बंगले में ही रहेंगे.

खाद्य मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर को 74 बंगले का बंगला नं बी-31 आवंटित हुआ था, इस बंगले में अभी तक प्रभात झा रह रहे थे. प्रभात झा का इरादा फिलहाल बंगला खाली करने का नहीं है, लिहाजा मंत्री जी रेस्ट हाउस में रहने को मजबूर हैं. कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को 4 इमली स्थित पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह का बंगला पसंद आया था, लेकिन भूपेंद्र सिंह का भी फिलहाल बंगला खाली करने का इरादा नहीं है, ऐसे में सिंधिया अभी तक बंगले के लिए भटक ही रहे हैं.

पूर्व बीजेपी अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान का बंगला मंत्री उमंग सिंघार को आवंटित हुआ था लेकिन ये बंगला भी खाली नहीं हुआ. बीजेपी नेताओं की ओर से बंगले खाली न होने पर अब इस पर सियासत भी शुरु हो गई है । कांग्रेस की मानें तो बीजेपी नेताओं का गुरुर तो जनता ने मिटा दिया लेकिन फितूर जाने का नाम नहीं ले रहा है.

एक तरफ मंत्रियों का बंगलों के लिए इंतजार और दूसरी तरफ बीजेपी नेताओं का बंगलों से प्यार. इससे इतना तो साफ है कि अगर बंगले खाली न हुए तो मंत्रियों को रेस्ट हाउस में ही और दिन गुजारने पड़ सकते हैं।

गजेंद्र सिंह की रिपोर्ट। .....                                                                                                                                                             छुट्टी देने के लिए पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने ड्राफ्ट तैयार किया है. साप्ताहिक अवकाश देने पर 8 हजार पुलिसकर्मियों की व्यवस्था करनी
होगी,,,,
भोपाल----
मध्य प्रदेश में अब पुलिसकर्मियों को हफ्ते में एक दिन छुट्टी मिलेगी. छुट्टी को लेकर पीएचक्यू ने ड्राफ्ट तैयार कर लिया है  जानकारी के मुताबिक,अब 26 जनवरी के मौके पर सीएम कमलनाथ इसका ऐलान कर सकते हैं प्रदेशभर में 56 हजार पुलिसकर्मी हैं इस लिहाज से रोज करीब 8 हजार पुलिसकर्मियों का साप्ताहिक अवकाश पड़ेगा
छुट्टी देने के लिए पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने ड्राफ्ट तैयार किया है. साप्ताहिक अवकाश देने पर 8 हजार पुलिसकर्मियों की व्यवस्था करनी होगी. जानकारी के मुताबिक, पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने जो ड्राफ्ट तैयार किया है उसमें 8 हजार पुलिसकर्मी एसएएफ, पीटीएस और होमगार्ड से लिए जाएंगे ड्राफ्ट के मुताबिक, एएसपी और सीएसपी लेवल के अफसरों को छुट्टी देने पर दूसरे अधिकारियों के पास एक दिन का प्रभार रहेगा कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में 50 हजार नई भर्ती करने का वचन दिया है यह भर्ती भी अगले सालों में होने की संभावना है मध्यप्रदेश में 1101 थाने,576 पुलिस चौकियां,  जिला बल और पुलिस लाइन में रिजर्व बल की संख्या करीब 56 हजार है इसमें सिपाही से लेकर एएसपी स्तर तक के कर्मचारी और अधिकारी शामिल हैं

गजेंद्र सिंह  की रिपोर्ट।  .......                                                                                                                                                     2 लाख 2 हजार हेक्टेयर खेती में अब तक लग गया 18 हजार टन यूरिया, एक सप्ताह से किसान सोसायटी के लगा रहे थे चक्कर, अब मिलेगी राहत

जिले में 2 लाख 2 हजार हेक्टेयर रबी की फसल के लिए मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ के जिला अधिकारी ने करीब 14 हजार टन यूरिया का लक्ष्य तय कर मांग भेजी। जिले में अब तक 18 हजार टन यूरिया की खपत हो चुकी है। इसके बाद भी एक सप्ताह से किसान यूरिया के लिए सोसायटियों के चक्कर लगा रहे हैं। गुरुवार को उनका यह इंतजार खत्म हुआ। रतलाम में रैक लगने के बाद गुरुवार को दिनभर में करीब 400 टन यूरिया सभी सोसायटियों पर पहुंचा व और भी आएगा। ऐसे में अब रबी की फसल के लिए यूरिया की किल्लत खत्म होने की उम्मीद है।
जिले के करीब डेढ़ लाख से अधिक किसानों ने रबी के सीजन में 2 लाख 2 हजार हेक्टेयर में बोवनी की। रबी में गेहूं सहित सभी फसलों में ग्रोथ के लिए यूरिया खाद की आवश्यकता होती है। ऐसे में मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ द्वारा मांग के अनुसार किसानों के लिए यूरिया की डिमांड भेजी जाती है। सोसायटियों के माध्यम से वितरण किया जाता है। संघ के जिला अधिकारी ने रबी सीजन के लिए 14 हजार टन यूरिया की डिमांड शासन को भेजी लेकिन जिले में इससे कई अधिक यूरिया की खपत हो रही है। 14 हजार टन यूरिया खत्म होने के बाद मांग करने व आने में समय लगता है। इससे सोसायटियों पर किसानों को समय पर यूरिया नहीं मिल रहा है। आए दिन सोसायटियों पर किसानों की लाइनें लग रही हैं। एक से डेढ़ सप्ताह पहले तक जिले में संघ द्वारा 18 हजार टन यूरिया का वितरण किया जा चुका है जिसके बाद भी मांग बनी है। एक सप्ताह से किसान यूरिया के लिए सोसायटियों में चक्कर लगा रहे हैं। समय पर यूरिया नहीं डालने पर फसलों की ग्रोथ प्रभावित हो सकती है जिससे किसान परेशान हो रहे हैं। गुरुवार को उनकी समस्या का समाधान हुआ। सुबह रतलाम में यूरिया की रैक लगी। जिला अधिकारी ने भी जल्द से जल्द किसानों को यूरिया उपलब्ध कराने के लिए बुधवार रात को ही ट्रक रतलाम भेज दिए। सुबह ट्रक मंदसौर के लिए रवाना होने लगे। गुरुवार शाम तक पिपलियामंडी में 25, शामगढ़ 36 सहित जिले की विभिन्न सोसायटियों में करीब 400 टन यूरिया का वितरण किया।
नीमच में भी रैक लगने वाली, जिले को कुल 2 हजार टन और यूरिया मिलेगा
रतलाम में लगी रैक से मंदसौर जिले को करीब 23 हजार टन यूरिया मिलना है। गुरुवार को देर शाम तक 400 टन यूरिया मंदसौर आया। रतलाम में ट्रकों का लोड होना जारी है। शुक्रवार-शनिवार को भी 1600 टन यूरिया मंदसौर आना है। यही नहीं दो दिन बाद नीमच में भी यूरिया की रैक लगने वाली है। इसमें मंदसौर जिले के लिए करीब 400 टन यूरिया आना है। ऐसे में अभी भी जिले को 2 हजार टन यूरिया मिलेगा। इससे जिले में यूरिया की समस्या खत्म होगी।
दो दिन में यूरिया की समस्या खत्म हो जाएगी
जिले के लिए 14 हजार यूरिया की मांग की गई थी। किसान दो की बजाय तीन बार यूरिया का उपयोग कर रहे हैं जिससे मामला गड़बड़ाया। अब तक 18 हजार टन यूरिया का वितरण किया जा चुका है। गुरुवार को भी 400 टन यूरिया सोसायटियों में वितरण किया गया। रतलाम से अभी 1600 व दो दिन बाद नीमच से 400 टन यूरिया आना है। इससे यूरिया की समस्या खत्म हो जाएगी।
ए.एल. पांडे, जिला विपणन अधिकारी

गजेंद्र सिंह की रिपोर्ट। .....                                                                                                                                                                                                                                                                                                          
       कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल ली है। कल प्रदेश में हुए शपथ समारोह में कांग्रेस की कई दिग्गज हस्तियों ने शिरकत की है।
कमलनाथ ने सीएम पद संभालते ही राज्य के विकास के लिए काम करने शुरू कर दिए हैं। उनका कहना है कि जहां वह इस पर पर आकर खुशी महसूस कर रहे हैं वही बेचैन भी हैं।
आपको बता दें कि मुख्य मंत्री कमलनाथ में शपथ ग्रहण करने के बाद से ही प्रदेश की जनता के लिए कुछ अहम फैसले दिए हैं।
1. मुख्य मंत्री कमलनाथ ने सबसे पहले राज्य के किसानों का कर्ज माफ करने के आदेश जारी किए हैं। 31 मार्च 2018 की स्थिति के मुताबिक किसानों का 2 लाख रुपए तक का कर्ज माफ होगा।
2.कन्या विवाह योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि को बढ़ाए जाने का फैसला लिया गया है। गौरतलब है कि सरकार गरीब परिवारों को उनकी बेटियों की शादी के लिए 51 हजार की राशि देगी।
3. राज्य में बेहतर रोजगार के लिए 5 टैक्सटाइल पार्क बनाने की मंजूरी दी गई है जिस पर प्रदेश के नए महाधिवक्ता वकील राजेंद्र तिवारी की नियुक्ति पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
4. इसके साथ ही प्रदेश में 4 बड़े गारमेंट पाक बनाने का फैसला भी किया गया है जिससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और लोगों को रोजगार मिलेगा
5. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में महिला सुरक्षा को लेकर भी कड़े कदम उठाने का फैसला किया है।
6. मुख्यमंत्री कमल नाथ ने आदेश दिए हैं पूर्व सरकार द्वारा किए घोटालों की जांच की जाए।
7. राज्य के शिक्षित बेरोज़गार युवाओं को रोज़गार देने के लिए कमलनाथ सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
8. राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार किया जाएगा ताकि हर वर्ग के बच्चे को शिक्षा मिल सके।
9. पूर्व सरकार द्वारा खाली किए गए सरकारी खजाने को दुबारा भरने के लिए नई आर्थिक नीतियां और संसाधन जुटाए जाएंगे।
10. मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मध्यप्रदेश के सबसे बड़े घोटाले व्यापम की फाइलें खुलवाने के आदेश दिए हैं।   

आशीष जैन ,,,,   1980 में इंदिरा गांधी ने अपने भाषण में कहा था कमलनाथ नेता नहीं मेरा तीसरा बेटा है कमलनाथ ने पहला चुनाव 38 साल पहले 1980 में छिंदवाड़ा संसदीय सीट से लड़ा था तब उनके प्रचार के लिए तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष इंदिरा गांधी आई थी इंदिरा ने मंच से कहा था कमलनाथ नेता  नहीं मेरे तीसरे बेटे हैं कमलनाथ का सफर,,,,, कमलनाथ 1980 में छिंदवाड़ा से पहली बार चुनाव लड़े थे और  जीते थे जब उनकी उम्र34 साल थी उस दिन तारीख 13 दिसंबर 1980 थी और जब प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उनके नाम का ऐलान हुआ जब भी तारीख 13 दिसंबर 2018  ही है ,,, प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उनके नाम का ऐलान  इंदिरा गांधी के पोते राहुल गांधी ने  ही किया है,,, अब तक 9 बार सांसद चुनाव जीत चुके हैं एक बार उपचुनाव  हार चुके थे।                                                                                                                                        गांधी परिवार से ही रिश्ता,,,, कमलनाथ की स्कूल में पढ़ने के दौरान संजय गांधी से दोस्ती हुई संजय गांधी कमलनाथ को निरंजन दास मुंशी और सिद्धार्थ शंकर रे की तोड़ के लिए  लेकर आए थे दोनों ने ही मिलकर छोटी कार बनाने का सपना भी देखा था नाथ का जन्म 1946 कानपुर उत्तर प्रदेश पिता का नाम महेंद्र नाथ माता लीला ना नाथ पत्नी अलका नाथ दो बेटे मुकुल नाथ गोकुलनाथ है नाथ की शिक्षा बी कॉम दून स्कूल और सेंट जेवियर्स कॉलेज कोलकाता है अब तो कमलनाथ केंद्र सरकार में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय, वन एवं पर्यावरण, सड़क और परिवहन, मंत्री रह चुके हैं कमलनाथ का प्रोफेशन उद्योगपति कृषि और सामाजिक कार्यकर्ता में गिना जाता है

गजेंद्र सिंह की रिपोर्ट  .. राउंड खत्म होने के बाद डिस्प्ले होगा परिणाम
इसके बाद शुरू होगी अगले राउंड की गिनती
भोपाल। इस बार चुनाव परिणाम के लिए लंबा इंतजार करना होगा। वजह, चुनाव आयोग ने कांग्रेस की वो मांग मान ली है जिसमें उसने हर राउंड के बाद परिणाम की जानकारी लिखित में देने की बात की थी। इतना ही नहीं ये प्रक्रिया सिर्फ मध्य प्रदेश में ही नहीं बल्कि राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में भी अपनाई जाएगी। शनिवार को इस संबंध में दिल्ली से चुनाव आयोग ने आदेश जारी कर दिए हैं।
मतगणना में बाधा डालेंगे कांग्रेसी, फिर भी सरकार तो हमारी ही बनेगी: शिवराज 
हर राउंड के परिणाम की घोषणा के बाद ही दूसरे दौर के लिए इवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम से निकाली जाएंगी। हर विधानसभा क्षेत्र में 14 टेबल लगाकर गणना की जाएगी और अलग अलग विधानसभा क्षेत्र में 16 से लेकर 20 राउंड में गणना होगी। हर राउंड की गणना और फिर उसके परिणाम की घोषणा में आधा से पौन घंटा लग सकता है। ऐसे में समझा जा सकता है कि पूरी गणना में दस घंटे से ज्यादा का समय लगेगा। साफ है कि इस वजह से वास्तविक परिणाम काफी देर से आएगा।
9 बजे के बाद टूटेगी इवीएम की सील: 11 दिसम्बर को सुबह आठ बजे सबसे पहले डाक मत पत्र और सेवा मतों की गणना की जाएगी। विधानसभावार इसके लिए टेबल लगाए जाएंगे। एक टेबल में 5 सौ मतों की गिनती होगी। इसके परिणाम आने के बाद करीब नौ बजे इवीएम की गणना शुरू होगी। गणना में आधा घंटा का वक्त लग सकता है। अब इस गणना के एआरओ और फिर आरओ से मिलान होने के बाद टेबुलेशन के लिए भेजा जाएगा। टेबुलेशन हो जाने के आरओ फिर इसका मिलान करेंगे। इसके बाद ऑब्जर्वर मिलान करेंगे। इस सब में 15 से 20 मिनट लग सकता है। इसके बाद परिणाम की घोषणा होगी।
खाली बैठेंगे गणना कर्मचारी: गणना के बाद टेबुलेशन, मिलान और घोषणा के दौरान के समय में मतगणना दल और अभिकर्ताओं को खाली बैठना होगा। घोषणा के बाद दूसरे दौर के लिए इवीएम लाई जाएंगी। इस तरह हर राउंड के बीच 15 से 20 मिनट का खाली समय जाएगा और पूरी प्रक्रिया में लंबा वक्त लगेगा। हर राउंड की घोषणा को मतगणना कक्ष के डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित किया जाएगा और इसकी माइक से घोषणा भी की जाएगी। राउंड वार यह रिजल्ट शीट राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी दी जाएगी। राउंड वार यह जानकारी रिटर्निंग आॅफिसर द्वारा आयोग के काउंटिंग साॅफ्टवेयर पर भी लोड की जाएगी।
सख्त निर्देश: आयोग ने यह भी साफ कर दिया है कि अगले राउंड की गिनती तब-तक प्रारंभ नहीं होगी, जब तक पहले राउंड की मतगणना की गिनती समाप्त होकर उसका परिणाम डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित न कर दिया जाए। कांग्रेस पार्टी ने हर राउंड के बाद उम्मीदवार को सर्टिफिकेट दिए जाने की मांग केंद्रीय निर्वाचन आयोग से की थी। इसके बाद आयोग ने मतगणना के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया स्पष्ट की है। मध्यप्रदेश के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप यादव का कहना है कि टेबुलेशन शीट पहले भी दी जाती थी। 
इसलिए बनी विवाद की स्थिति : अभी तक चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को मांगने पर ही रिटर्निंग आफिसर द्वारा राउंड वार टेबुलेशन शीट दी जाती थी। अधिकांशत: रिटर्निंग आफिसर राउंड वार उम्मीदवार को मिले वोटों की गिनती की माइक से घोषणा तो कर देते थे, लेकिन प्रत्याशी को उनके हस्ताक्षर की टेबुलेशन शीट नहीं देते थे। इससे उम्मीदवार मतगणना में गड़बड़ी होने के दौरान कोई शिकायत दर्ज कराता था तो उसके पास लिखित में कोई प्रमाण नहीं रहता था। इसी को लेकर राजनीतिक दल और चुनाव आयोग के बीच रस्साकसी चली आ रही थी, जिसे आयोग ने स्पष्ट किया है।

राहुल गांधी का २९-३० oct को mp दौरा
राहुल गांधी मालवा नीमाड के दौरे पर २९-३० अक्टूबर को आ रहे है । २९ अक्टूबर की सुबह १०:३० पर दिल्ली से इंदौर फिर इंदौर से हेलीकाप्टर से उज्जैन पहुँचेंगे यहाँ महाकाल मंदिर दर्शन कर जनसभा को सम्बोधित करेंगे फिर उज्जैन से हेलीकाप्टर द्वारा देवास के लिए निकल कर दोपहर देवास में रोड शो करेंगे । देवास में रोड शो कर इंदौर हेलीकाप्टर से पहुँचेंगे इंदौर में राहुल गांधी लगभग ९.५ km का रोड शो करेंगे और फिर रात्रि भोज पर व्यापारियों और उद्धयोगपतियों के साथ कई मुद्दों पर बात होगी ।
३० अक्टूबर सुबह कुछ मीटिंग्स कर लगभग ११ बजें राउ में बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद होगा । इस कार्यक्रम के बाद महूँ में अम्बेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण करने राहुल गांधी पहुँचेंगे यहाँ भी राहुल गांधी का १.५ km का रोड शो होगा । महूँ से राहुल गांधी भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापाव जाएँगे वहाँ दर्शन कर खलघाट - झबुआ में सभा को सम्बोधित कर इंदौर लौटेंगे फिर देर शाम इंदौर से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे । 

पीसीसी चीफ कमलनाथ का
-सवाल नंबर दो -
मामा , क्या यही है तुम्हारी घोषणा और सच्चाई का फर्क ?
क्यों मप्र को बना दिया बीमारियों का नर्क ?
कल मोदी सरकार ने बताया था कैसे हुआ मप्र की स्वास्थ्य सुविधाओं का बेड़ा गर्क ;
आज उन्हीं से सुनिये प्रदेश कैसे बन गया बीमारियों का नर्क
1) मप्र में पिछले 2 सालों में (2016-2017) एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन से 35 लाख 81 हजार 936 लोग पीड़ित हुए।
2) पिछले 2 सालों में (2016-2017) एक्यूट डायरिया से 14 लाख 80 हजार 817 लोग पीड़ित हुए।
3) पिछले 5 सालों में गंभीर संक्रामक बीमारियों से 3 लाख 91 हजार 18 लोग पीड़ित हुए।
4) पिछले 2 सालों में टाइफॉइड से 2,29,532 लोग पीड़ित हुए ।
5) मप्र में 1आदमी के ग्रामीण क्षेत्र में अस्पताल में 1बार भर्ती होने पर औसत खर्च 25961रु आता है,जो बड़े राज्यों में सबसे अधिक की श्रेणी में है। जो बिहार जैसे राज्य में 15237रु,तमिलनाडु में 16042रु,उप्र में 15393 रु है।
6) पूरे देश में मप्र में सर्वाधिक 42.8% अर्थात 48 लाख बच्चे कुपोषण का शिकार हैं ।
7) मप्र के 68.9 % बच्चे खून की कमी के शिकार और 15 से 49 साल की 52.4% महिलाएं खून की कमी की शिकार हैं ।
8) मप्र में एक साल तक के बच्चों की मृत्यु दर देश में सबसे अधिक 47 अर्थात 90 हजार बच्चे अपना पहला जन्मदिन भी नहीं मना पाते और मौत की आगोश में समा जाते हैं 9) बिहार, उत्तर प्रदेश के बाद तीसरा राज्य मप्र है,जहाँ कुल प्रजनन दर सर्वाधिक (टोटल फर्टिलिटी रेट ) 3.1 है।
10) मध्यप्रदेश में 89.6% महिलाओं की पूरी गर्भावस्था के दौरान पूरी जाँच नहीं होती । 11) मध्यप्रदेश में 46% बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण नहीं होता।
सोर्स :- एनएफएचएस - 4, एनएचपी- 2018 केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय 

भोपाल।।। विधानसभा चुनाव से पहले राजनैतिक दलों में टिकटों को लेकर जमकर घमासान मचा हुआ है। बीजेपी अपनी लिस्ट नवंबर में जारी करेगी, वही कांग्रेस में भी अब तक प्रत्याशियों को नामों पर मंथन किया जा रहा है, इसी बीच पार्टी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी हाईकमान ने टिकटों को लेकर हो रही चर्चा में यादव को भी भागीदार बनाया है। अब सोमवार को होने वाली स्क्रीनिंग समिति की तीसरे दौर की दो दिन चलने वाली बैठक में यादव भी शामिल होंगें। पार्टी का मानना है कि इससे यादव वोटबैंक पर काफी अच्छा असर पड़ेगा। सुत्रों की माने तो यादव प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाए जाने के बाद से नाराज चल रहे थे, समर्थकों में भी नाराजगी बढ़ती जा रही थी।जिसका खमियाजा वोटरों पर पड़ सकता था , इसलिए हाइकमान ने यह कदम उठाया। खबर है कि यादव के राहुल और सोनिया गांधी से मिलने के बाद म.प्र. की राजनीति में फेरबदल के संकेत। है।वहीं, इसके बाद शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी, जिसमें प्रत्याशी चयन के अगले क्रम की चर्चा होगी।इसके बाद कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट जारी करेगें।

आशीष जैन की रिपोर्ट। ...  वायरल सूची के मुताबिक नाम इस प्रकार हैं- श्योपुर-बाबू जंडेल,विजयपुर-रामनिवास रावत, सबलगढ़-गीता चौधरी, जौरा- वृंदावन सिंह सिकरवार, सुमावली - एंदल सिंह कंसाना, मुरैना - राकेश मावई, दिमनी - गिरिराज दंडोतिया, अंबा - सुरेश जाटव, अटेर - हेमंत कटारे, भिंड - राघेश्याम शर्मा , लहार - डॉ गोविंद सिंह, मेहगांव - राजेंद्र सिंह गुर्जर, गोहद - सुनील शेजवार, ग्वालियर (ग्रामीण)-साहब सिंह गुर्जर, ग्वालियर - सुनील शर्मा, ग्वालियर (पूर्व) - मुन्नालाल गोयल, ग्वालियर (दक्षिण) - रश्मि शर्मा , भितरवार - लाखनसिंह यादव , डबरा - इमरती देवी, सेवढ़ा - राजेंद्र दातरे, भांडेर - महेंद्र बौद्ध , दतिया - राजेंद्र भारती, करैरा- शकुंतला खटीक , पोहरी - हरिवल्लभ शुक्ला , शिवपुरी - सिद्धार्थ लाढ़ा, पिछोर - के पी सिंह, कोलारस - महेंद्र यादव, बम्होरी - महेंद्र सिंह यादव, चांचौड़ा - शिवनारायण मीना , राघौगढ़ - जयवर्धन सिंह, चंदेरी - गोपाल सिंह डग्गी राजा , मुंगावली - ब्रजेंद्र सिंह यादव, बीना - निर्मला सप्रे , खुरई - प्रभु सिंह ठाकुर , सुरखी - गोविंद सिंह राजपूत, देवरी - हर्ष यादव, रहली - बृजबिहारी पटैरिया , नरयावली - सुरेंद्र चौधरी, सागर - अन्नी दुबे , बंड़ा - वीरेंद्र गौर, टीकमगढ- यादवेंद्र सिंह , कुरवाई - रानी रघुवंशी, सिरोंज - गोवर्धन उपाध्याय, शमशाबाद - ज्योत्सना यादव, बैरसिया - जयश्री हरिकरन,भोपाल (उत्तर) - आरिफ अकील , नरेला - सुनील सूद, भोपाल (पश्चिम)- पी सी शर्मा , भोपाल (मध्य)- आरिफ मसूद , गोविंदपुरा - गोविंद गोयल, हुजूर - अवनीश भार्गव, बुधनी - अमृता दिग्विजय सिंह, आष्टा - अजीत सिंह , इछावर - शैलेंद्र पटेल , सीहोर - सुरेंद्र सिंह ठाकुर , नरसिंहगढ़ - गिरीश भंडारी ,ब्यावरा - पुरुषोत्तम दांगी , राजगढ़ - हेमराज कलपोनी , खिलचीपुर - प्रियव्रत सिंह , सारंगपुर - कृष्णमोहन मालवीय , सुसनेर - अंबावतिया वल्लभ भाई ,आगर - विपिन वानखेड़े , शाजापुर - हुकुम सिंह कराड़ा , शुजालपुर - योगेंद्र सिंह , कालापीपल - शिवम मंडलोई , सोनकच्छ - सज्जन वर्मा ,देवास - जयसिंह ठाकुर ,पाटन - नीलेश अवस्थी , बरगी - नीलेश जैन , जबलपुर (पूर्व)- गजेंद्र सोनकर , जबलपुर (उत्तर)- विश्वमोहन , जबलपुर (कैंट)-अभिषेक चौकसे , जबलपुर (पश्चिम)- तरुण भनोत , पनागर - विजय कांति पटेल , सिहोरा - कौशल्या गोटिया , शाहपुरा - रुपा उरेती , डिंडौरी - ओमप्रकाश मरकाम ,बिछिया - तुलसीराम ,निवास - चैनसिंह वरकड़े ,मंडला - संजीव उईके ,बैहर - संजय उईके ,लांजी - लखीराम कांवरे , परसवाड़ा - मधु भगत ,बालाघाट - पुष्पा बिसेन , बारासिवनी- प्रदीप जायसवाल ,कटंगी - विश्वेश्वर भगत , बरघाट - अर्जुन काकोरिया ,सिवनी - प्रसन्न मालू , केवलारी - रजनीश सिंह ठाकुर ,लखनादौन- योगेंद्र सिंह बाबा , गोटेगांव-शेखर चौधरी ,नरसिंहपुर - लखन पटेल , तेंदूखेड़ा - दीवान शैलेंद्र सिंह ,गाडरवाड़ा - साधना स्थापक, जुन्नारदेव -तेजीलाल सरयाम , अमरवाड़ा - कमलेश शाह, चौरई - सुजीत चौधरी , सौंसर - अजय चौरे , छिंदवाड़ा - कमलनाथ , परासिया - सोहन लाल वाल्मिक , पांढुर्ना - निलेश उईके , मुलताई-सुखदेव पांसे , आमला-मनोज मालवीय , बैतूल- हेमंत वागद्रे , घोड़ाडोंगरी - प्रताप सिंह उईके , भैंसदेही- राहुल चौहान , टिमरनी-कमल धुर्वे , हरदा - लक्ष्मीनारायण पंवार , सिवनी मालवा- ओम रघुवंशी , होशंगाबाद-गिरिजाशंकर शर्मा , सोहागपुर-मेहरबान सिंह पटेल , पिपरिया-रमेश बामने , उदयपुरा-राजकुमार पटेल , भोजपुर - सुरेश पचौरी , सिलवानी - राजेंद्र ठाकुर , सांची - प्रभुराम चौधरी , विदिशा-रणधीर सिंह दांगी , बासौदा- निशंक जैन , जतारा-दिनेश अहिरवार , पृ्थ्वीपुर- ब्रजेंद्र सिंह राठौर , निवाड़ी- दिन…


गजेंद्र सिंह की रिपोर्ट। ...  ब्रेकिंग न्यूज ;थांदलारोड रेल्वे स्टेशन से दो किमी दूर सजेली फाटक गेट नं ६२ पर अल सुबह ६;३०बजे के लगभग ऐक ट्रक ब्रेक फैल होने से राजधानी एक्सप्रेस से गेट तोडता हुआ जा घुसा ।जिसमे ड्राइवर चपेट में आने से घटनास्थल परही दम तोड दिया।राजधानी एक्सप्रेस सुपर फास्ट ट्रेन बाल बाल बच गई
जिससे सैकडों पैसेंजर की जान सांसत में आ गई थी।दुर्घटना इतनी भीषण थी कि ट्रक के अगले हिस्से के परखच्चे चढ गए।
घटना स्थल पर जीआरपी आरपीएफ मौके पर पहुँचै ऐवं रेलवे के आला अधिकारी भी मौके पर पहुँच चुके थे।ट्रेक जाम होने से जहाँ क ई ट्रेनें लेट हुई वही रोड पर दोनो ओर जाम लगगया ।
अधिकारियों एवं पुलिस द्वारा मौका मुआयना कर घटना की जांच की जा रहीहै वही ट्रेक को जल्द शूरू करने का प्रयास किया जा रहा है।

गजेंद्र सिंह की रिपोर्ट। ...... दतिया।मध्यप्रदेश दौरे के पहले दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दतिया में स्थित माँ पीताम्बरा का पूजन कर देश-प्रदेश में खुशहाली की प्रार्थना की।यहां के स्टेडियम ग्राउंड पर जनता को संबोधित करते हुए एक बार फिर राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी और राज्य की शिवराज सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि चौकीदार ने 30,000 करोड़ रुपये की चोरी करवा दी। अपने मित्र अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया।कभी आपने सुना है मोदी जी को किसान से गले मिलते हुए कि "भाई बोलों क्या दर्द है आपको?"।
राहुल इतने पर ही नही रुके उन्हें शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सच्चा नारा था - ‘बेटी पढ़ाओ और बेटी को बीजेपी के एमएलए से बचाओ’। आज मध्य प्रदेश में माताओं और बहनों के दिल में घबराहट है। दलितों के दिल में दर्द है।रोहित वेमुला पढ़ाई करना चाहता था, लेकिन उसको दबाकर कुचला गया। जैसे ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार आयेगी वैसे ही मध्य प्रदेश में किसान का कर्जा 10 दिन के अंदर माफ हो जायेगा। हमारा मुख्यमंत्री 24 घंटे में से 18 घंटे युवाओं को रोज़गार देने में लगा देगा।
राहुल ने कहा कि 70 साल पहले पूरा देश गरीब था, सड़कें, रेल लाईन, हवाई जहाज, यूनिवर्सिटी, कॉलेज ये सब नहीं था, सिर्फ हिंदुस्तान की जनता थी । मैं आज तक नरेन्द्र मोदी जी के ऑफिस में सिर्फ एक बार गया हूं। मैं मोदी जी से किसानों के बारे में बात करना चाहता था। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री जी नीरव मोदी को, मेहुल चोकसी को ‘मेहुल भाई कहते हैं। भाई 35,000 करोड़ रुपये लेकर भाग गया ।यूपीए सरकार ने राफेल लड़ाकू हवाई जहाज का कांट्रैक्ट एचएएल को दिया था।
राहुल ने आगे कहा कि नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने और राफेल का कांट्रैक्ट एचएएल से छीनकर अपने मित्र अनिल अंबानी को दिया। एचएएल पर एक रुपया कर्जा नहीं है उल्टा सरकार ने एचएएल से 3000 करोड़ रुपया लिया। अनिल अंबानी पर 45000 करोड़ रुपये का कर्जा है। लोकसभा में मोदी जी ने डेढ़ घंटा भाषण दिया लेकिन अंबानी के बारे में राफेल के बारे में एक शब्द नहीं कहा। चौकीदार ने 30,000 करोड़ रुपये की चोरी करवा दी। अपने मित्र अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया।र्ट। ...  

गजेंद्र सिंह कि रिपोर्ट । ... अशोकनगर| मध्य प्रदेश में चुनाव का ऐलान हो चुका है और प्रदेश भर में आचार संहिता प्रभावी है| इस दौरान नेताओं द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन के मामले सामने आ रहे हैं| अब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत मुख्य चुनाव अधिकारी बी एल कांताराव से की है। कांग्रेस का आरोप है कि रविवार को अशोकनगर जिले के मुंगावली पहुंची जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने सरकारी योजनाओं का प्रचार कर बीजेपी के लिए वोट मांगे हैं, सीएम ने आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया है| 
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष कन्हैयराम लोधी ने मुख्य चुनाव अधिकारी बी एल कांताराव को एक पत्र लिख कर यह शिकायत की है। उन्होंने लिखा है रविवार को मुंगावली में सभा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणाएं कर एवं सरकारी योजनाओं का प्रचार कर भाजपा के लिये वोट मांगे है। यह चुनाव आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन है। कुछ सरकारी योजनाओं के गुणगान का कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है । जिन योजनाओं को लेकर सवाल उठाए गए है उनमें प्रसूता को मिलने वाली सहायता राशि, मुंगाबली विधानसभा में हर घर मे बिजली कनेक्शन देने की घोषणा, किसानों को सोयाबीन पर 500 रु बोनस देने की घोषणा, पक्का मकान बना कर देने की घोषणाओ का उल्लेख पत्र में किया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में कांग्रेस ने मांग की है कि इस मामले में उचित कार्यवाही की जाए जिससे प्रदेश में स्वच्छ एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो सके।

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