तराना में एक साल में दुगना हुआ भ्रष्टाचार – नंदराम जाट

उज्जैन । उज्जैन जिले की तराना तहसील में पिछले एक साल में भ्रष्टाचार दुगना हो गया है, अधिकारी कर्मचारी बगैर रिश्वत कोई काम नही कर रहे है और विधायक महेश परमार के फोन को भी कोई तवज्जो नही दे रहे है लगता है इसके पीछे विधायक से भी बड़ा कोई नेता काम कर रहा है जिसने तराना के अधिकारियों कर्मचारियों को अपने पक्ष में कर रखा है और जमकर भ्रष्टाचार करवा रहा है ताकि कांग्रेस सरकार की छवि खराब की जा सके । अधिकारी कर्मचारी मिलकर विधायक को तो घोलकर पी गए है, जिसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है, विधायक के फोन करने के बाद भी अधिकारी खुलकर पैसा मांग रहे है जिससे प्रतीत होता है कि तराना की नोकरशाही विधायक की पकड़ से दूर हो गई है और यहां तानाशाही, भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी जमकर पनप गई है जिससे जनता त्रस्त हो गई है । ये कहना है तराना ग्रामीण के पुर्व अध्यक्ष नंदराम जाट का ।
                                                                                     
सिटी प्रेस क्लब पट आयोजित पत्रकारवार्ता ने जाट ने बताया कि पिछले एक साल में तराना। में भ्रष्टाचार चरम पर पहुचं गया है आलम ये है कि गरीबों के राशन कार्ड, जमीन सीमांकन, बोरवेल लगवाई और पुलिस थाने में भी फरियादों से लूट खसोट की जा रही है, जाट ने उदाहरण देते हुए बताया कि कुछ दिन पुर्व ग्राम तुमड़ी खेड़ा में धर्मेन्द्र पिता मदनलाल बोड़ाना की पड़ोसी से कहासुनी हो गई थी जिसके बाद तराना पुलिस ने उसे थाने पर बैठा लिया और छोड़ने के लिए 10 हजार की रिश्वत ले ली जबकि विधायक महेश परमार ने भी धर्मेन्द्र को छोड़ने के लिए फोन लगाया था, इसी तरह तराना जनपद के ग्राम नैनावद में सरपंच और सचिव ने पांच भाइयों की सामूहिक जमीन को लेनदेन कर एक भाई के पक्ष में कर दिया , इसी तरह खांकरी सुल्तान ग्राम में जल संकट से निपटने के लिए जनसहयोग से ट्यूबवेल खनन कर विधायक से उसमें हेण्डपम्प लगाने का आग्रह किया गया जिसमें विधायक द्वारा कहे जाने के बाद भी जल संसाधन विभाग के अधिकारी लोगो से पैसे की मांग कर रहे है ऐसे कई मामले है जिनमें तराना में लगातार भ्रष्टाचार किये जा रहे है और विधायक को नजरंदाज किया जा रहा है या सुनकर अनसुनी कही जा रही है, जाट के साथ आये अन्य ग्रामीणों ने कहा कि महेश परमार से उनका क्षेत्र तो सम्भल नही रह है और पुरे जिले का बोझ कंधों पर लिए घूम रहे है ।

हर काम के ले रहे पैसे , रिश्वतखोरी बढ़ी, जनता त्रस्त