उज्जैन कांग्रेस की राजनीति में नए "गुड्डू" का उदय ! पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू की राह पर निकले एक विधायक, सभी गुड्डू समर्थकों को दिए जा रहे है पद




सवंदाता सुनील परमार
उज्जैन। जिले के एक विधायक ने पुर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू की राह पकड़ ली है, हालांकि इनमें गुड्डू जैसी डेरिंग और कार्यकुशलता नही है लेकिन मुख्य कांग्रेस से अलग अपना एक गुट तैयार कर ये खुद का शक्ति प्रदर्शन करने में लगे है और पैसे लेकर गुड्डू समर्थकों को रेवड़ी की तरह पद दिलाने में जुटे है जिसे लेकर निष्ठावान कांग्रेसियों में रोष पनप रहा है, विधायक जी भी खुद को उज्जैन जिले का प्रेमचंद गुड्डू मान बैठे है और शहर कांग्रेस से अलग जाकर एक नए संगठन का गठन करने में लग गए है क्योंकि इन्हें गुड्डू की बनी बनाई टीम मिल गई है जिन्हें शहर कांग्रेस में तवज्जो नही मिल रही थी । 
हालही में इन्होंने गुड्डू के एक कट्टर समर्थक को एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी दिलवा दी है जबकि इस पद के लिए कांग्रेस के कई बड़े और निष्ठावान चेहरे प्रयास कर रहे थे और जिन महाशय को इन्होंने ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिलवाई है उन पर कांग्रेस के साथ भीतरघात करने और कांग्रेस प्रत्यशियों को हरवाने के आरोप भी लग चुके है जिसके चलते इन्हें संगठन में कोई जिम्मेदारी नही दी जा रही थी लेकिन विधायक जी ने इन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी दिलवा दी जिसके ये योग्य भी नही थी, गुड्डू समर्थकों को इनके द्वारा जमकर प्रश्रय दिया जा रहा है वहीं कई भाजपा नेताओं के भी पैसे लेकर काम करवाने में विधायक जी माहिर है, खुद को कमलनाथ का खास बताने वाले ये विधायक जी अब उनके भी खिलाफ जा रहे है जिन्होंने इन्हें कमलनाथ से मिलवाया था, कभी दिग्विजय सिंह के समर्थक रहे ये विधायक जी अब खुद को कमलनाथ का कट्टर समर्थक बताते है जबकि हकीकत में ये सिर्फ अवसरवादी है, अरुण यादव जी के प्रदेशाध्यक्ष रहते ये अरुण यादव के खास हो गए थे और अब कमलनाथ जी के पॉवर में आते ही ये कमलनाथ की छतरी के नीचे आ गए है हालांकि समय समय पर ये सिंधिया जी और दिग्विजय सिंह जी के यहां भी दिख जाते है । अपना काम निकलवाने में माहिर ये विधायक जी अभी जमकर माल कूटने में लगे है फिर चाहे इसके लिए उन्हें कांग्रेस संगठन के विपरीत जाना पड़े या किसी भाजपाई से हाथ मिलाना पड़े ये पीछे नही हटते । 
इनके द्वारा किये गए अधिकांश कार्यो, ट्रांसफ़रो से भाजपाइयों का ही अब तक लाभ हुआ है जबकि कांग्रेसियों को डंडे मारने वाले अधिकारियों को तो ये सर आंखों पर बैठाकर रखते है वहीं भ्रष्टों को संरक्षण देने में भी ये अव्वल है । विधायक जी जिले में ऐसी चांडाल चौकड़ी को पॉवर में बैठाना चाह रहे है जो लूट खसोट और तिकड़म में माहिर है और इनके ये मनसूबे भी कामयाब हो रहे है क्योंकि अभी तो सरकार में इनकी चल है हालांकि इनसे इनका क्षेत्र भी नही संभल रहा है कुछ दिन पुर्व ही इनके क्षेत्र और पार्टी के लोगो ने ही इनके क्षेत्र में भ्रष्टाचार दुगना होने और नोकरशाही निरंकुश होने की शिकायतें की थी, खैर इन्हें इससे कोई फर्क नही पड़ता क्योंकि इनकी अगली मंजिल सांसद बनना है इसीलिए ये गुड्डू की राह पर चल निकले है लेकिन ये नही जानते कि इनके लिए 'गुड्डू' बनना मुश्किल ही नही नामुमकिन है ।