भानपुरा सुनील माली
भानपुरा नगर के चंबल चौराया प्राथमिक विद्यालय चैनपुरिया के प्राथमिक विद्यालय पीपल्दा के वह कैलाशपुर के तीनों प्राथमिक विद्यालय में भानपुरा फुले ब्रिगेड संयुक्त माली समाज वह फूल माली सोशल मीडिया ग्रुप द्वारा टोपे मोजे व पाठ्यक्रम सामग्री व शिक्षकों को सम्मान स्वरूप पेन वह विद्यालयों को प्रतीक चिन्ह के रूप में संगठन की ओर से शील्ड का वितरण मां सावित्री बाई फुले की जयंती के अवसर पर किया गया जिसमें करीब  350 से 400 विद्यार्थियों ने सहभागिता की सभी विद्यालयों में फुले ब्रिगेड के तहसील अध्यक्ष नवीन जी, वरिष्ठ सलाहकार अशोक जी व संगठन मंत्री सुनील माली ने सभी विद्यालयों मे मां सावित्री बाई फुले के जीवन के  के बारे में संक्षिप्त जानकारी जी दी उन्होंने बताया कि मां सावित्री बाई फूले ही प्रथम महिला शिक्षिका थी जिन्होंने नारी समाज को आगे बढ़ने व शिक्षित करने हेतु प्रेरित किया उनके द्वारा ही नारियों में शिक्षा के प्रति प्रेरणा है जागृति आई और आज नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है कार्यक्रम का आभार व्यक्त विभिन्न विद्यालय के प्राचार्य द्वारा किया गया वह पीपल्दा प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक प्रदीप जी दिवेदी ने विद्यार्थियों को ऐसा तैयार कर रखा है कि वह  अपनी मुंह जुबानी विभिन्न जिलों भानपुरा नगर के आसपास के विभिन्न गांवों के नाम संगीत बद्ध होकर बोलते हैं वह पूरी टीम का आभार शिक्षक प्रदीप कुमार द्विवेदी द्वारा किया गया

गजेंद्र सिंह की रिपोर्ट। ...                                                                                                                                                           भोपाल - सत्ता में आते ही कांग्रेस एक के बाद एक अपने वचन पूरे कर रही है। इसी के चलते कांग्रेस ने पुलिसवालों को वीकली ऑफ का देने का भी वादा पूरा कर दिया है। आज राजधानी के 6 इंस्पेक्टर समेत जिला पुलिस बल के 351 और एसएएफ के 74 पुलिसकर्मी अवकाश पर रहेंगे। अवकाश शुरू होने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पुलिसकर्मियों को बधाई दी है। कमलनाथ के इस फैसले से पुलिसकर्मियों में खुशी की लहर है वही जनता ने भी इस फैसले को सराहा है।
दरअसल, दो दिन पहले कमलनाथ सरकार ने पुलिसकर्मियों के वीकली ऑफ से आदेश जारी किए थे।सबसे पहले जबलपुर के पुलिसकर्मियों को अवकाश मिला। अब राजधानी भोपाल के पुलिसकर्मियों को भी अवकाश मिलने की प्रक्रिया शुरु हो गई है। आज   अकेले भोपाल में 350 से ज्यादा पुलिसकर्मी आज छुट्टी पर रहेंगे।गुरुवार को भोपाल नार्थ से बैरागढ़, छोला मंदिर और गौतम नगर थाना प्रभारी अवकाश पर रहेंगे। भोपाल साउथ से जहांगीराबाद, बिलखिरिया और अशोका गार्डन थाना प्रभारी का साप्ताहिक अवकाश होगा।भोपाल साउथ व नार्थ से तीन-तीन थाना प्रभारी गुरुवार को साप्ताहिक अवकाश पर रहेंगे।
इनके स्थान पर थाने के सीनियर सब इंस्पेक्टर पर कामकाज और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी होगी। यह पुलिसकर्मी बुधवार रात्रि गश्त के बाद अवकाश पर चले गए है और शुक्रवार की सुबह अपनी ड्यूटी पर संभालेंगें। इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है। अगर किन्हीं कारणों से जवान तय दिन में साप्ताहिक अवकाश नहीं ले पाने की स्थिति में पुलिस कर्मी को उसी महीने में साप्ताहिक अवकाश लेना होगा। यदि उस महीने में वह इस अवकाश का उपभोग नहीं करता है तो अगले महीने ये अवकाश समाप्‍त हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी बधाई
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपना एक और वचन पूरा होने पर ट्वीट कर पुलिसवालों को बधाई दी। उन्होंने लिखा, पुलिसकर्मियों को एक दिन के अवकाश का जो वचन हमने दिया था, उसे पूरा करके दिखाया है। मैं पुलिसकर्मियों को बधाई देते हुए कामना करता हूं कि वो अपने परिवार को पूरा वक्त दें। इतना ही नहीं उन्होंने पुलिकर्मियों को भरोसा दिलाया कि, मेरे साथ आपके जीवन में आने वाला हर पल पहले से बेहतरीन होगा।
एक लाख पर 139 पुलिस कर्मी
प्रदेश में 1 लाख 25 हजार 585 पुलिस कर्मी हैं। जिसमें 27 हजार एसएएफ फोर्स है। जबकि 56 हजार मैदानी क्षेत्रों में तैनात हैं। प्रदेश में 21 हजार 500 पद खाली हैं। मानकों के अनुसार, एक लाख आबादी पर 193 पुलिस कर्मी हैं। जबकि  एक लाख आबादी पर 139 पुलिस कर्मी ही हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को नववर्ष पर पहली बार आठ हजार कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश दिया गया था। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार 19 दिसंबर को पुलिस मुख्यालय पहुंचे कमलनाथ ने साप्ताहिक अवकाश देने की तैयारी करने के निर्देश दिए थे।  पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए थे कि एक जनवरी से पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश दिया जाए। प्रदेश में 56 हजार पुलिसकर्मी हैं। 8 हजार पुलिस कर्मी रोजाना अवकाश पर रहेंगे। अवकाश पर रहने के दौरान आठ हजार पुलिसकर्मियों के स्थान पर दूसरी यूनिट से पुलिस कर्मियों की ड्यूटी पर लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद से ही प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने अपने यहां साप्ताहिक अवकाश देने के लिए रोस्टर बना लिए थे।

भोपाल. कमलनाथ सरकार ने वंदेमातरम को पुलिस बैंड की धुन पर गायन कराने का फैसला किया है। इतना ही नहीं, राष्ट्रीय गीत तो और आकर्षक बनाने के लिए आम लोगों की सहभागिता के साथ वंदे मातरम् का गायन होगा। हर महीने के प्रथम कार्य दिवस पर सुबह 10:45 बजे पुलिस बैंड राष्ट्र भावना जागृत करने वाले धुन बजाते हुए शौर्य स्मारक से वल्लभ भवन तक मार्च करेंगे।
सरकार के फैसले में कहा गया है कि पुलिस बैंड के वल्लभ भवन परिसर में पहुंचने पर राष्ट्र गान ‘जन गण मन’ और राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’गाया जाएगा। इस कार्यक्रम को आकर्षक बनाकर आम लोगों को इसमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को कहा था कि वंदेमातरम अब बड़े पैमाने पर होगा। इस आयोजन में कर्मचारियों के साथ जनता की भी भागीदारी होगी। शाह के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने वंदेमातरम का अर्थ समझाते हुए कहा था- ‘आजादी की लड़ाई के दौरान वंदेमातरम गीत का अर्थ था, भारत मां को ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी से मुक्त कराना।’
एक जनवरी को गायन नहीं होने पर मचा था घमासान : कमलनाथ सरकार आने के बाद एक जनवरी को वंदेमातरम का गायन नहीं हुआ था। सरकार के इस फैसले पर घमासान मच गया है। इसकी लपटें दिल्ली तक पहुंच गईं। रोक के 24 घंटे बाद ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इसे कांग्रेस का शर्मनाक कदम बताते हुए कहा कि कांग्रेस मध्यप्रदेश को तुष्टिकरण का केंद्र बना रही है।
इससे पहले भोपाल में बुधवार की सुबह भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्रनाथ सिंह के नेतृत्व में विधायक विश्वास सारंग, रामेश्वर शर्मा समेत तमाम नेता मंत्रालय में वंदे मातरम के लिए पहुंचे और गायन किया था। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विधानसभा सत्र के पहले दिन 7 जनवरी को सभी विधायक सुबह 10 बजे पहले मंत्रालय के सामने मैदान में वंदेमातरम गायन करें

गजेंद्र सिंह की रिपोर्ट                                                                                                                                                                     मंदसौर- पूर्व की भाजपा सरकार ने सोयाबीन पर 500 रुपए प्रोत्साहन राशि देना तय किया था , इसमें खरीदी का दौर चल भी रहा है , लेकिन अब बीच में सरकार बदल गई , अब सोयाबीन पर मिलने वाले ५०० रुपए मिलेंगे या नहीं या कब मिलेंगे इन सवालों पर असमंजस्य छाया हुआ है , इधर किसान भी इसी उलझन में है , शहर के साथ जिले की मंडियों में इस योजना के तहत किसानों ने बढ़चढक़र सोयाबीन बेची और अभी भी यह दौर जारी है , लेकिन अब मिलने वाले 500 रुपए को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है , 20 अक्टूबर से शुरु हुआ खरीदी का यह दौर १९ जनवरी तक चलेगा
     जिले की 10 मंडियों में बिकी लाखों क्विंटल सोयाबीन
मंदसौर के अलावा जिले में दलोदा , पिपलियामंडी , मल्हारगढ़ , सुवासरा , शामगढ़ , बोलिया , भानपुरा , सीतामऊ , गरोठ में कृषि उपज मंडियों में किसान इस योजना में सोयाबीन बेचने के लिए पहुंच रहे है , अकेले मंदसौर में इस स्कीम में 15 हजार 164 से अधिक किसानों ने २ लाख 32 हजार 56 क्विंटल से अधिक सोयाबीन 500 रुपए प्रोत्साहन राशि के फेर में बिक चुकी है , तो गरोठ में 2 हजार 744 किसानों ने 38 हजार 918 क्विंटल सोयाबीन यहां भी बिक चुकी है , इसी तरह जिले की अन्य ८ मंडियों में भी हजारों किसानों ने लाखों क्विंटल सोयाबीन बेच दी है
कम दाम की भरपाई के लिए शुरु हुई योजना
       भावांतर प्रदेश में वर्ष 2017 जून में हुए किसान आंदोलन के बाद शुरु हुई थी , इसमें उपज के गिरते दामों के बीच सरकार ने किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम देने के लिए भावांतर शुरु की थी , इसमें भाव में आने वाले अंतर की राशि सरकार ने देना तय किया था , इसी में सोयाबीन पर फ्लैट रेट के रुप में 500 रुपए बोनस प्रति क्विंटल पर दिए जाना है , किसान इसमें सोयाबीन बेच तो रहे है , लेकिन उन्हें 500 रुपयों को लेकर आस नहीं है , जिस भाव भी मंडी में सोयाबीन बिक रही है , उसी आधार पर वह माल बेच रहे है

19 जनवरी तक चलेगी खरीदी
         विधानसभा चुनाव से पूर्व भावांतर में सोयाबीन की खरीदी का काम 20 अक्टूबर से शुरु हुआ था , यह 19 जनवरी तक चलेगा , इसमें सरकार ने प्रति क्विंटल पर किसान को 500 रुपए प्रोत्साहन राशि देना तय किया था , लेकिन अब सरकार बदलने के कारण इस पर असमंजस्य छाया हुआ है

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