इसलिए नीतीश है चर्चा में शायद उन्होंने लिया है यह संकल्प



संवाददाता- विवेक चौबे

 

गढ़वा : जिले के कांडी पुलिस लगातार दोषियों व अपराधियों पर नकेल कसने में अपनी भूमिका निभा रही है। इसीलिए कांडी थाना प्रभारी- नीतीश कुमार ईमानदारी व कुशल कार्य को लेकर चर्चे में हैं। उन्होंने अब तक कई गंभीर समस्याओं को चुटकी में सुलझा दिया है। क्षेत्र में शांतिपूर्ण माहौल है। चुकी अपराधियों को पता है कि अपराध करने वाले को नीतीश कुमार किसी भी किम्मत पर बख्शते नहीं हैं।
शायद उन्होंने लिया है यह संकल्प…..

ऐसा प्रतीत होता है जैसे उन्होंने क्षेत्र में असामाजिक तत्वों, दोषियों व अपराधियों का खात्मा करने का संकल्प ले लिया हो।

खबर विस्तातार से…..

बता दें कि कांडी पुलिस ने विभिन्न मामलों के पांच प्राथमिकी अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दी। साथ ही एक नाबालिग को मोबाईल चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर संप्रेक्षण गृह मेदिनीनगर भेजा गया। इस सम्बंध में थाना प्रभारी- नीतीश कुमार ने बताया कि थाना कांड संख्या- 108/21 के अभियुक्त खरौंधा गांव निवासी- राहुल कुमार व सुबोध मेहता को गन्ना का रस निकालने वाले लोहे की मशीन की चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। उक्त दोनों अपराधियों ने अपने स्वीकारोक्ति ब्यान में पुलिस को बताया कि भुड़वा गांव निवासी- राजू पासवान के साथ मिलकर हम तीनों ने खरौंधा गांव के संजय मेहता की मशीन की चोरी कर मझिआंव में एक कबाड़ी की दुकान में बिक्री किया हूं। इसी निशानदेही पर मझिआंव कबाड़ी के दुकान से उक्त मशीन की बरामदगी भी की गई है। उधर एक दूसरे मामले में थाना कांड संख्या 76/21 दिनांक 13 जून 2021 के प्राथमिकी अभियुक्त डेमा गांव के सतबहिनी टोला निवासी- विनोद पाल, इंद्रनाथ पाल व वीरेन्द्र पाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। खुटहेरिया गांव के बदरुद्दीन अंसारी ने उक्त तीनों के खिलाफ थाना में मामला दर्ज कराया था। साथ ही क़म्हारडीह सोनभद्र उत्तरप्रदेश के रहने वाले रवि कुमार के द्वारा थाना में दायर कांड संख्या 60/21के तहत मोबाईल चोरी के आरोप में एक नाबालिग को मोबाईल के साथ पकड़ा गया, जिसे रिमांड होम मेदिनीनगर भेजा गया। उसके पास से रेडमी नोट 9 प्रो मोबाईल जब्त किया गया है।
उन्होंने लोगों से की यह अपील…..

थाना प्रभारी- नीतीश कुमार ने एक बार फिर लोगों से अपील करते हुए कहा है कि जहां भी अप्रिय घटना घटने की आशंका हो, अवश्य सूचित करें। सूचना देने वाले लोगों का नाम गुप्त रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि कानून का हाथ अत्यधिक लंबा होता है। चाह कर भी दोषी गिरफ्त से बाहर नहीं जा सकते। भलाई इसी में है कि अपराधी अपराध करना छोड़ दें। ईमानदारी के पथ पर लोग चलें। यदि दोषी नहीं सुधरेंगे तो उनका स्थान अंत में न्यायिक हिरासत में ही होगा।