जिला कलेक्टर ने मलेरिया विभाग की लापरवाही देख कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने मलेरिया विभाग उड़ाई नींद !
रतलाम। ( मो.हुसैन की रिपोर्ट )शहर सहित जिले भर में फेल रहे डेंगू- मलेरिया को लेकर लापरवाही की हदे पार कर जिला मलेरिया विभाग की नींद आज कलेक्टर ने उड़ा दी।सोमवार को आयोजित एक बैठक में स्वास्थ्य अमले को 24 घंटे सचेत रहने के निर्देश देते हुए इन छुट्टियों पर भी रोक लगा दी है। अधिकृत सूञो से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को मिशन इन्द्र धनुष अभियान की बैठक में पहुचते ही कलेक्टर श्री मती रुचिका चौहान ने मलेरिया अधिकारी दौलत पटेल को आड़े हाथो लिया। श्री पटेल शनिवार को छुट्टी का आवेदन देकर जिला मुख्यालय छोड़ चुके थे। श्रीमती चौहान ने दौलत पटेल सहित मलेरिया विभाग के अमले और चिकित्सा अधिकारियों के अवकाश पर बैन लगाकर हिदायत दी है कि ज्यादा जरुरी होने पर भी कोई भी अधिकारी- कर्मचारी बगैर अवकाश स्वीकृति के मुख्यालय नही छोड़ेगा। उन्होने डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए अब तक किए गए कार्यों की जानकारी ली तो मलेरिया विभाग और बैठक में अधिकारी मौजूद नजरे चुरा रहे थे। इस लापरवाही पर कलेक्टर श्रीमती चौहान ने सख्त लहजे में निर्देश दिए है कि.. आज से ही हर दिन कितने रोगी सामने आए, ये कहां भर्ती है, कहां के रहने वाले है, मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव कब और कितने समय कहां- कहां किया गया है? आदि जानकारी कलेक्टर कार्यालय में निर्धारित प्रारुप में पहुचाई जाई। छिड़काव व रोगियों के उपचार में लापरवाही रहने वाले कार्रवाई के लिए तैयार रहें। यहां जानकारी दी गई कि मलेरिया विभाग में 12 सुपरवाइजर है। इस पर कलेक्टर श्रीमती चौहान ने कहां कि हर दिन के काम का निरीक्षण सुपरवाइजर करेगे और इन सुपरवाइजरों की मॉनीटरिंग मलेरिया अधिकारी करते हुए प्रतिदिन रिपोर्टों प्रस्तुत करेगे। कलेक्टर ने हिदायत दी है मलेरिया विभाग अपने कामों में आज और अभी से गति लाए.. गति धीमी होते ही अंजाम को तैयार रहें। मलेरिया और डेंगू की रोकथाम सभी की प्राथमिकता में शामिल हो।