जिला संवाददाता हुसैन खान रतलाम
रतलाम/शिवानी सोंलकी आज से एक वर्ष पूर्व ट्रेन में यात्रा के दौरान मासिक धर्म के दौरान आने वाली समस्या से परेशान होना पड़ा तब संकल्प लिया तब पूरे वर्ष में अपने माता पिता के द्वारा दी जाने वाली पॉकेट मनी से महिलाओं को सेनेटरी पेड के प्रति जागरूक करूंगी तभी से राशि एकत्रित करना प्रारंभ किया इस प्रकार एक वर्ष में 6500 रूपयें एकत्रित कर लिये तब सृष्टि समाज सेवा समिति और तेजस्वी दल के सदस्यों ने इस संकल्प को पूरा करने के योजना बनाकर इस अभियान को सखी सारथी अभियान नाम दिया गया और एकत्रित राशि से भारत सरकार के प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र के माध्यम सस्ती दर पर उपलब्ध बॉयोडिग्रेडेबल पेड सुविधा 01 रूपयें प्रति कि दर पर 6000 नग सेनेटरी नैपकिन क्रय कर लिया किंतु विश्व कीर्तिमान के लिये लगने वाली फीस नही होने पर वह निराश होने लगी तब यह बात शहर के समाज सेवी कचरू राठौड़ को पता चली तो उन्होने मुरलीवाला फांउडेशन के रविन्द्र पाटीदार के माध्यम से विश्व कीर्तिमान की फीस और अन्य सहयोग के लिये आगे आया, इसके पश्चात् आज रतलाम रेल्वे स्टेशन पर महिला यात्रियों को 03 धंटे में 6000 बॉयोडिग्रेडेबल नैपकिन वितरण का विश्वकीर्तिमान के रूप में वज्र वर्ल्ड बुक में दर्ज हुआ। रतलाम शहर में अपनी तरह का पहला अभियान था, इस बात कि धोषणा वज्र वर्ल्ड बुक के ज्युरी मेंबर श्री शैलेन्द्र सिसौदिया ने धोषणा कर ऑन दा स्पॉट इस विश्वकीर्तिमान का प्रमाण पत्र शिवानी सोंलकी को प्रदान किया गया।
सृष्टि समाज सेवा समिति, मुरलीवाला फाउण्डेंशन,
ज्ञात हो कि नॉन कम्ंपोस्टेबल 113000 टन प्लास्टिक मिश्रित सैनिटरी नैपकिन हर साल पूरी दुनिया में जमा हो रहा है हमारे देश में सालाना 43.4 करोड़ सैनिटरी नैपकिन उपयोग हो रहा है जो कि सीवर लाइन, खुले में पडे होते है नतीजा ये पर्यावरण और आम लोगो की सेहत दोंनों के लिए नुकसानदायक है अब इसके विकल्प के रूप में भारत सरकार के द्वारा जन औषधि केन्द्र के माध्यम से बायोडिग्रेडेबल सुविधा पेड महिलाओं के लिये उपलब्ध कराये गये है जो 100 प्रतिशत पर्यावरण अनुकूल है महिला हितैषी इस महत्वाकांशी योजना को जन-जन तक पहुंचाने का हेतु ये अभिनव पहल कि गयी है।
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